बिजनेस / अब Drone पहुंचाएगा आपके घर पर दवाएं, 18 जून से शुरू होगा डिलिवरी का ट्रायल

आपके घर तक दवाओं की डिलिवरी अब Drone ड्रोन से होगी। इसकी आधिकारिक रूप से मंजूरी मिल गई है। इसका ट्रायल भी बैंगलुरू में 18 जून से शुरू होने वाला है। जिन ड्रोन को मंजूरी दी गई है उन्हें beyond the Visual Line of Sight (BVLOS) ड्रोन कहा जाता है। जहां पर इस ड्रोन को लेकर एक्सपेरिमेंट होगा वो बैंगलुरू से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर है।

Vikrant Shekhawat : Jun 14, 2021, 09:37 AM
Drone Medicine Delivery: आपके घर तक दवाओं की डिलिवरी अब Drone ड्रोन से होगी। इसकी आधिकारिक रूप से मंजूरी मिल गई है। इसका ट्रायल भी बैंगलुरू में 18 जून से शुरू होने वाला है। जिन ड्रोन को मंजूरी दी गई है उन्हें beyond the Visual Line of Sight (BVLOS) ड्रोन कहा जाता है। जहां पर इस ड्रोन को लेकर एक्सपेरिमेंट होगा वो बैंगलुरू से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर है। 

18 जून से ड्रोन डिलिवरी का ट्रायल

हालांकि इस ड्रोन मेडिसिन सर्विस की शुरुआत काफी पहले हो सकती थी, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इसमें देरी हो गई। जो कंपनियां ये सर्विसेज देंगी उसमें बैंगलुरू की थ्रोटल एयरोस्पेस सिस्टम्स (TAS) शामिल है, जिसको DGCA से मार्च 2020 में ही मंजूरी मिल गई थी। TAS को सभी क्लीयरेंस मिल चुके हैं और ये बेंगलुरु से 80 किलोमीटर दूर गौरीबिदनुर में 18 जून से ट्रायल शुरू करेगी जो 30-45 दिनों तक चलेगा। थ्रोटल एयरोस्पेस सिस्टम्स ने बताया कि 20 मार्च 2020 को ही DGCA से ट्रायल की मंजरूी मिल गई थी। लेकिन कोरोना महामारी के कारण कुछ काम रह गए थे जिसे अब पूरा कर लिया गया है।

कंसोर्शियम में कई पार्टनर्स 

इस कंसोर्शियम में TAS के अलावा Narayana Health भी पार्टनर है, जो दवाओं को उपलब्ध कराएगा जो ट्रायल के दौरान इस्तेमाल की जाएंगी। इस कंसोर्शियम में 

इनवोली-स्विस भी शामिल है, जो कि एक प्रोफेशनल ड्रोन एप्लीकेशन के लिए एयर ट्रैफिक अवेयरनेस सिस्टम की स्पेशलिस्ट है। जो अन-आर्म्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम मुहैया कराएगा। इसके अलावा इसमें हनीवेल एयरोस्पेस एक सेफ्टी एक्सपर्ट के रूप में काम कर रही है। ये कंसोर्शियम दो तरह के ड्रोन का इस्तेमाल करेगा। इसमें MedCOPTER और TAS शामिल है। ऑन-डिमांड डिलीवरी सॉफ्टवेयर को रैंडिंट (RANDINT) नाम दिया गया है। 

1, 2 किलोग्राम का सामान ले जाएगा ड्रोन

TAS के CEO नागेंद्रन कंडासामी का कहना है कि MedCOPTER का छोटा वेरिएंट 1 किलोग्राम वजन 15 किमी तक लेकर जा सकती है। जबकि दूसरा 2 किलो वजन 12 किमी तक लेकर जा सकता है। हम इन दोनों की टेस्टिंग 30-45 दिनों तक करेंगे इस दौरान DGCA के निर्देशानुसार 100 किलोमीटर की उड़ान भरेंगे। हमारा लक्ष्य करीब 125 घंटे उड़ान भरने का है। ट्रायल के बाद इसकी समीक्षा के लिए अथॉरिटीज को सौंप दिया जाएगा।