Vikrant Shekhawat : Feb 24, 2022, 12:16 PM
भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे अरनिया इलाके में ड्रोन दिखाई देने के बाद सर्च अभियान चलाया गया। पूरे इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों के अलावा अन्य एजेंसियों जांच कर रही हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इलाके में सभी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इससे पहले भी कई बार इलाके में ड्रोन दिखने की घटनाएं हो चुकी हैं।वीरवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित बीओपी बिक्रम और जबोवाल के बीच ड्रोन दिखाई देने के बाद देखा गया सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उस पर फायरिंग की। इसके बाद ड्रोन गायब हो गया। इससे पहले दोमाना के पौनी चक इलाके में सात जनवरी को ड्रोन मिला था।पुलिस ने उसे कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी थी। ड्रोन मिलने के बाद पुलिस ने पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसकी मदद से कोई हथियार या नशीला पदार्थ तो नहीं गिराया गया। पाकिस्तान से लगती 198 किलोमीटर लंबी सीमा पर रहने वाले लोग पाकिस्तान की ओर से ड्रोन गतिविधियों पर पैनी नजर रखकर बीएसएफ की सहायता कर रहे हैं।बीएसएफ ने भारत-पाक सीमा पर ड्रोन गतिविधियों के विभिन्न पहलुओं पर 140 से अधिक ड्रोन जागरूकता कार्यक्रम (डीएपी) आयोजित करके लोगों को प्रशिक्षित किया है। अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगते आरएस पुरा, अखनूर और अरनिया सेक्टर में सीमावर्ती बस्तियों में एक अभियान के रूप में ड्रोन गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया गया।