Vikrant Shekhawat : Aug 19, 2023, 07:51 AM
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से तबाही मची हुई है. प्रदेश में बारिश-बाढ़ और लैंडस्लाइड के कारण पिछले चार दिनों अब तक 74 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि हजारों लोगों को रेस्क्यू किया गया है. राज्य सरकार को बारिश के चलते करीब 7700 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. शिमला पर लगातार लैंडस्लाइड का खतरा मंडरा रहा है. भारी बारिश और भूस्खलन से राज्य के कई जिले बुरी तरह प्रभावित हैं.लैंडस्लाइड वाले इलाकों में एनडीआरएफ की टीम लगातार मुस्तैद है. वह राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है. बता दें कि अगर जून से अभी तक की अगर बात करें तो प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं के कारण 330 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.10 जिलों में बारिश का येलो अलर्टबता दें कि हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण लैंडस्लाइड की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है. वहीं इस बीच मौसम विभाग ने बताया है कि आज से अगले तीन दिनों तक राज्य में भारी से भारी बारिश हो सकती है. इसके लिए आईएमडी ने हिमाचल के 10 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. बता दें कि हिमाचल में शुक्रवार को 65 मकान ढह गए और 271 क्षतिग्रस्त हुए. 875 सड़कें बंद हैं. कई गांवों में बिजली गुल है.हिमाचल में ‘जोशीमठ’ जैसा खतराहिमाचल प्रदेश में भी जोशीमठ जैसा खतरा मंडरा रहा है. प्रदेश में 17 हजार जगहों पर लैंडस्लाइड का खतरा मंडरा रहा है. इसमें से 1357 जगह तो शिमला में ही मौजूद है. भारी बारिश में मिट्टी लगातार फूल रही है, जिसके चलते सड़क और मकान धंसने लगे हैं. इसी साल जनवरी महीने में उत्तराखंड के जोशीमठ में घरों, सडकों और होटलों में आई दरारों से लोगों को बेघर होना पड़ा था. अभी तक लोग शरणार्थी बनकर राहत कैपों में रह रहे हैं. जोशमीठ में भी अवैध तरीके से हो रहे कंट्रक्शन को इसके लिए जिम्मेदार बताया गया था.शिमला में भूस्खलन से 21 लोगों की मौतभारी बारिश और भूस्खलन से राज्य के कई जिले प्रभावित हैं. मगर शिमला पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है. शिमला में ही भूस्खलन के कारण 21 लोगों की मौत हो गई. समर हिल से 14, फागली से 5 और कृष्णा नगर से 2 शव बरामद किए गए हैं. शिव मंदिर के मलबे में अब भी कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है.