Live Hindustan : Jul 08, 2020, 11:52 PM
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में बुधवार रात को आतंकवादियों ने बीजेपी के स्थानीय नेता शेख वसीम बारी समेत परिवार के तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। बांदीपोरा पुलिस स्टेशन के पास घटी घटना में आतंकियों ने वसीम बारी के भाई और पिता पर भी फायरिंग की, जिसमें घायल होने के बाद दोनों की जान चली गई। वसीम बारी बांदीपोरा जिले के पूर्व बीजेपी अध्यक्ष भी थे।बीजेपी नेता की हत्या के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह से घटना को लेकर बात की। डॉ. सिंह ने ट्वीट किया, 'फोन पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वसीम बारी की हत्या के बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने, वसीम के परिवार के प्रति संवेदना भी प्रकट की।' J&K: वसीम बारी समेत परिवार के तीनों सदस्यों को उनके घर की दुकान के बाहर गोली मारी गई। इस दौरान उनके साथ कोई भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था। पुलिस ने परिवार को मिले सभी आठ सुरक्षाकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया है।कश्मीर पुलिस के महानिरीक्षक, विजय कुमार ने कहा कि बारी, उनके पिता और भाई को उनकी दुकान पर आतंकवादियों द्वारा मारी गई गोलियों की वजह से गंभीर चोटें आईं। कुमार ने कहा कि तीनों को अस्पताल ले जाया गया लेकिन मृत घोषित कर दिया गया।जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बारी की मौत पर शोक व्यक्त किया है। हमले के तुरंत बाद अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, 'आज शाम को बांदीपोरा में बीजेपी नेता और उनके पिता पर हुए जानलेवा आतंकी हमले के बारे में सुनकर दुख हुआ। मैं हमले की निंदा करता हूं। इस दुख की घड़ी में उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदना।'वहीं, जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने घटना के बारे में और जानकारी देते हुए बताया, 'वसीम बारी बांदीपोरा जिले के पूर्व बीजेपी अध्यक्ष थे। उनके परिवार की सुरक्षा के लिए आठ सुरक्षाकर्मी दिए गए थे।'जम्मू-कश्मीर में लंबे समय से आतंकवादियों के खिलाफ सेना ने अभियान चला रखा है। विभिन्न इलाकों में लगभग रोजाना हुए एनकाउंटर में कई बड़े आतंकवादी ढेर किए गए हैं। घाटी में इस साल हिज्बुल, लश्कर समेत कई आतंकी समूहों के टॉप कमांडरों समेत आतंकवादियों को मार गिराया गया है।अनंतनाग के वाघामा इलाके में सुरक्षा बलों ने 30 जून को दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया था। इससे एक दिन पहले भी अनंतनाग में एक मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए थे। इस तरह दो दिन के भीतर ही जिले में पांच दहशतगर्दों को सेना के जवानों ने मार गिराया था।