Share Market Today / ट्रम्प के टैरिफ से अमेरिका सहित एशियाई स्टॉक मार्केट धड़ाम, जानें कौन कितना टूटा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा पारस्परिक टैरिफ लागू करने की घोषणा के बाद दुनियाभर के स्टॉक मार्केट में गिरावट देखी गई। अमेरिकी और एशियाई बाजार प्रभावित हुए, डॉलर कमजोर हुआ, सोना सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा, और टेक व खुदरा कंपनियों के शेयर लुढ़क गए।

Share Market Today: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा पारस्परिक टैरिफ लागू करने की घोषणा से वैश्विक वित्तीय बाजारों में व्यापक प्रभाव देखने को मिला। अमेरिका सहित एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट देखी गई, जबकि अमेरिकी डॉलर में भी गिरावट दर्ज की गई। इसके विपरीत, सुरक्षित निवेश माने जाने वाले सोने की कीमतें अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गईं। भारतीय शेयर बाजार पर भी इस फैसले का असर पड़ सकता है।

अमेरिकी मार्केट में भारी गिरावट

अमेरिकी स्टॉक वायदा बाजार में भारी गिरावट आई, जिससे वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई। सीएनबीसी के मुताबिक, डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज वायदा में 1,069 अंक (2.5%) की गिरावट आई, एसएंडपी 500 वायदा में 3.6% और नैस्डैक-100 वायदा में 4.5% की गिरावट दर्ज की गई।

इस घोषणा के बाद मल्टीनेशनल कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आई, जिसमें नाइक और एप्पल के शेयर लगभग 7% तक गिर गए। साथ ही, आयातित उत्पादों पर निर्भर कंपनियों जैसे फाइव बिलो (14%), डॉलर ट्री (11%), और गैप (8.5%) के शेयरों में भी गिरावट देखी गई। टेक सेक्टर की दिग्गज कंपनियां एनवीडिया (5%) और टेस्ला (7%) भी इस गिरावट से अछूती नहीं रहीं।

एशियाई बाजारों में भी गिरावट

टैरिफ बढ़ोतरी की खबर से एशियाई बाजारों में भी नकारात्मक असर पड़ा। टोक्यो के निक्केई 225 सूचकांक में 4% की शुरुआती गिरावट देखने को मिली, हालांकि बाद में यह कुछ संभलकर 2.9% की गिरावट के साथ 34,675.97 पर बंद हुआ। ट्रम्प प्रशासन द्वारा जापान पर 24% टैरिफ लगाने की घोषणा से यह गिरावट और तेज हुई।

दक्षिण कोरिया पर लगाए गए 25% टैरिफ का असर भी स्पष्ट रूप से देखा गया, जिससे कोस्पी इंडेक्स 1.5% गिरकर 2,468.97 पर आ गया। हॉन्गकॉन्ग का हैंग सेंग 1.4% गिरकर 22,887.03 पर पहुंच गया, जबकि शंघाई कंपोजिट इंडेक्स में 0.1% की मामूली गिरावट देखी गई। ऑस्ट्रेलिया का एसएंडपी/एएसएक्स 200 भी 1.3% गिरकर 7,830.30 पर बंद हुआ।

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट

अमेरिकी बेंचमार्क कच्चे तेल की कीमत में भी गिरावट दर्ज की गई। गुरुवार सुबह यह 2.08 डॉलर घटकर 69.63 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जबकि अंतरराष्ट्रीय ब्रेंट क्रूड की कीमत 2.06 डॉलर गिरकर 72.89 डॉलर प्रति बैरल हो गई।

विदेशी मुद्रा बाजार पर असर

डॉलर इंडेक्स भी प्रभावित हुआ। अमेरिकी डॉलर 149.28 येन से गिरकर 148.07 जापानी येन पर आ गया, जबकि यूरो की कीमत 1.0855 डॉलर से बढ़कर 1.0897 डॉलर हो गई।

भारतीय बाजार पर संभावित प्रभाव

भारत पर भी इन टैरिफ का असर देखने को मिल सकता है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के चलते भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता बढ़ सकती है। निवेशक सोने जैसी सुरक्षित परिसंपत्तियों की ओर आकर्षित हो सकते हैं, जिससे सोने की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है। इसके अलावा, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का भारत के लिए सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे आयात लागत कम हो सकती है।