- भारत,
- 08-Apr-2025 06:00 AM IST
Share Market News: डोनाल्ड ट्रंप की सख्त नीतियों और उनकी एक के बाद एक चौंकाने वाली घोषणाओं ने अमेरिकी शेयर बाजार को तगड़ा झटका दिया है। लगातार तीसरे कारोबारी दिन अमेरिकी बाजार गिरावट की मार झेलता रहा, जिससे निवेशकों की अरबों डॉलर की पूंजी हवा हो गई। डाव जोंस, नैस्डैक और एसएंडपी 500—तीनों प्रमुख इंडेक्स इतिहास के एक बड़े झटके से गुजरते दिखे।
फेक खबर ने खेला ‘ऊपर से नीचे’ का खेल
बाजार की शुरुआत तो थोड़ी राहत भरी थी। खबर आई कि ट्रंप प्रशासन चीन पर लगाए गए टैरिफ को 90 दिनों के लिए टाल सकता है। इस खबर ने शेयर बाजारों को बूस्ट दिया और तीनों प्रमुख इंडेक्स में 1.5 से 2% तक की उछाल भी दर्ज हुई। लेकिन जल्द ही यह खबर झूठी निकली और राष्ट्रपति ट्रंप ने उल्टा चीन पर 50% टैरिफ की धमकी दे दी। इस बयान के साथ ही बाजार की उम्मीदों पर पानी फिर गया और निवेशकों की घबराहट ने बाजार को फिर से धड़ाम कर दिया।
आंकड़ों में तबाही की तस्वीर
डाव जोंस ने पिछले तीन कारोबारी दिनों में 5,613.52 अंक यानी करीब 13% की गिरावट झेली है। सोमवार को यह इंडेक्स 543 अंक गिरकर 37,771.86 पर बंद हुआ, जबकि सत्र के दौरान यह 36,611.78 के स्तर तक फिसल गया।
नैस्डैक कंपोजिट की हालत और भी खराब रही। यह इंडेक्स तीन दिन में 2,817.02 अंक (16%) लुढ़क चुका है और 52 हफ्तों के लोअर लेवल 14,784.03 तक जा पहुंचा। सोमवार को यह 15,558.15 पर कारोबार करता देखा गया।
एसएंडपी 500 में भी जोरदार गिरावट दर्ज हुई है। इंडेक्स ने तीन दिन में 835.93 अंक (14%) गंवा दिए और लोअर लेवल 4,835.04 पर जा पहुंचा।
बड़ी कंपनियों के शेयर भी नहीं बचे
इस गिरावट की लहर ने दिग्गज कंपनियों के स्टॉक्स को भी नहीं छोड़ा।
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Apple के शेयरों में 4% की गिरावट, सत्र के दौरान 5% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई।
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Tesla 3.40% टूटा,
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Nike के शेयरों में 5.5% की गिरावट,
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Adidas भी 5% से नीचे फिसला।
हालांकि कुछ टेक कंपनियों ने थोड़ी राहत जरूर दी:
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Meta 2.54% ऊपर,
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Amazon 1.74% चढ़ा,
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NVIDIA में 3.35% का इजाफा देखा गया।
भारत पर क्या पड़ेगा असर?
अमेरिका-चीन के बीच व्यापार तनाव का असर भारत के बाजारों पर भी साफ देखा गया। सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में करीब 3% की गिरावट दर्ज हुई, जिससे निवेशकों को 14 लाख करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ा। मंगलवार को विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में मिलीजुला रुख देखने को मिल सकता है। हालांकि, ट्रंप की टैरिफ धमकी से चीनी बाजारों में गिरावट जारी रह सकती है, जिसका असर भारत सहित पूरे एशिया पर दिख सकता है।