Trump Tariff War / भारत के सामने से हटी 'टैरिफ' मिसाइल, निवेशकों के चेहरों पर आएगी स्माइल

अमेरिका ने भारत पर लगाया गया अतिरिक्त आयात शुल्क 90 दिन के लिए टाल दिया है। व्हाइट हाउस के आदेश से भारत पर अब रेसिप्रोकल टैरिफ नहीं लगेगा। इससे शुक्रवार को शेयर बाजार में तेजी आने की उम्मीद है, जिससे निवेशकों को राहत मिल सकती है।

Trump Tariff War: वैश्विक व्यापार के मैदान में बड़ी राहत की खबर सामने आई है। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ को फिलहाल 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है। इसका मतलब साफ है – भारत पर अब फिलहाल अमेरिकी टैरिफ लागू नहीं होंगे, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार संतुलन बनाए रखने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। व्हाइट हाउस द्वारा जारी इस आदेश के बाद शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में सकारात्मक माहौल बन सकता है।

व्हाइट हाउस का अहम आदेश

व्हाइट हाउस ने गुरुवार देर रात एक आदेश जारी कर कहा कि भारत पर लगाया गया अतिरिक्त सीमा शुल्क 9 जुलाई 2025 तक स्थगित रहेगा। यह फैसला ट्रंप के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने 60 देशों पर लगाए गए टैरिफ को तीन महीने के लिए टालने की बात कही थी। अमेरिका के इस फैसले से भारत को वैश्विक व्यापार में राहत मिली है, खासकर उस समय जब वैश्विक मंदी और बाजार में अस्थिरता का माहौल बना हुआ है।

क्यों उठाया गया था टैरिफ का कदम?

डोनाल्ड ट्रंप ने अप्रैल की शुरुआत में लगभग 60 देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य अमेरिका के बढ़ते व्यापार घाटे को कम करना और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना था। इसमें भारत जैसे देशों से आने वाले इस्पात, झींगा, सेमीकंडक्टर और अन्य औद्योगिक उत्पाद शामिल थे। भारत पर 26 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाया गया था, जो थाइलैंड, वियतनाम और चीन जैसे देशों की तुलना में अपेक्षाकृत कम था।

क्या अभी भी कुछ शुल्क लागू रहेंगे?

हालांकि टैरिफ स्थगन भारत के लिए राहत भरी खबर है, लेकिन अमेरिका ने यह स्पष्ट किया है कि 10 प्रतिशत का बेस टैरिफ अभी भी लागू रहेगा। साथ ही, इस्पात, एल्युमिनियम और ऑटोमोबाइल पार्ट्स जैसे कुछ विशेष उत्पादों पर पहले से लागू 25 प्रतिशत का शुल्क भी जारी रहेगा। वहीं, कुछ प्रमुख क्षेत्रों जैसे सेमीकंडक्टर, दवाएं और ऊर्जा उत्पादों को छूट की श्रेणी में रखा गया है।

शेयर बाजार में दिख सकता है सकारात्मक असर

इस आदेश का असर सीधे तौर पर शेयर बाजार पर देखने को मिल सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि शुक्रवार को बाजार में तेजी का माहौल बन सकता है। बुधवार को बाजार में 380 अंकों की गिरावट दर्ज की गई थी और अब तक बाजार अपने सितंबर के उच्चतम स्तर से 15% नीचे आ चुका है, जिससे निवेशकों को 70 लाख करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हो चुका है। ऐसे में यह राहत भरी खबर निवेशकों में नई ऊर्जा भर सकती है।

क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ?

फियो (FIEO) के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा कि भारत के लिए यह एक बड़ी रणनीतिक जीत है। इससे न केवल निर्यातकों को राहत मिलेगी, बल्कि अमेरिका-भारत व्यापार संबंधों में स्थिरता भी आएगी। वहीं, ब्लैकरॉक के सीईओ लैरी फिंक ने हाल ही में कहा था कि वैश्विक बाजारों में 20 फीसदी तक की गिरावट संभव है, ऐसे में अमेरिका का यह टैरिफ स्थगन कई देशों के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है।