नई दिल्ली / भारत में अवैध तरीके से घुसे मालदीव के पूर्व उपराष्ट्रपति अदीब को कोस्टगार्ड ने वापस भेजा

मालदीव के पूर्व उपराष्ट्रपति अहमद अदीब अब्दुल गफूर को भारतीय अधिकारियों ने शनिवार को उनके देश वापस भेज दिया। गफूर को गुरुवार को अधिकारियों ने तूतीकोरिन बंदरगाह से हिरासत में लिया था। वे अवैध रूप से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे। भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक, गफूर ‘वीर्गो-9’ टग बोट (जहाजों को खींचने वाले शिप) से तमिलनाडु के तट पर पहुंचे थे। उनके पास भारत में प्रवेश करने के लिए जरूरी दस्तावेज नहीं मिले थे।

Dainik Bhaskar : Aug 03, 2019, 12:38 PM
नई दिल्ली. मालदीव के पूर्व उपराष्ट्रपति अहमद अदीब अब्दुल गफूर को भारतीय अधिकारियों ने शनिवार को उनके देश वापस भेज दिया। गफूर को गुरुवार को अधिकारियों ने तूतीकोरिन (तमिलनाडु) बंदरगाह से हिरासत में लिया था। वे अवैध रूप से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय कोस्टगार्ड ने मालदीव सुरक्षाकर्मियों को इंटरनेशनल मैरीटाइम बाउंड्री लाइन पर 9 लोगों को सौंपा। इस दल में गफूर भी शामिल थे।

खुफिया जानकारी के आधार पर बोट पर छापा मारा

भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक, गफूर ‘वीर्गो-9’ टग बोट (जहाजों को खींचने वाले शिप) से तमिलनाडु के तट पर पहुंचे थे। उनके पास भारत में प्रवेश करने के लिए जरूरी दस्तावेज नहीं मिले थे। खुफिया जानकारी के आधार पर सीमा शुल्क और खुफिया विभाग की टीम ने बोट पर छापा मारा। वहां गफूर को सिंगापुर के झंडे वाली बोट से पकड़ा गया। वे क्रू सदस्यों के पीछे छिपे हुए थे।  

2015 में उपराष्ट्रपति पद से हटाए गए थे गफूर

अहमद अदीब मालदीव के हाईप्रोफाइल राजनेता हैं। वहां की अदालत ने उन्हें भ्रष्टाचार और अन्य मामलों में 33 साल की सजा सुनाई है। जुलाई 2015 में गफूर मालदीव के 5वें उपराष्ट्रपति चुने गए थे। तीन महीने बाद संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाकर उन्हें पद से हटा दिया गया था। गफूर पर्यटन, कला और संस्कृति मंत्री भी रहे थे।