
विक्रांत सिंह शेखावत
- भारत,
- 10-Mar-2025,
Mark Carney: कनाडा की सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी ने बैंक ऑफ कनाडा के पूर्व प्रमुख मार्क कार्नी को अपना नया नेता चुना है, जिससे वह देश के अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। यह महत्वपूर्ण निर्णय उस समय लिया गया है जब कनाडा को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापारिक नीतियों और मर्जर संबंधी धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। कार्नी (59) प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का स्थान लेंगे, जिन्होंने जनवरी में अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी।
भारी समर्थन के साथ नेतृत्व संभालेंगेकार्नी को लिबरल पार्टी में 85.9% का व्यापक समर्थन मिला, जो उनके अनुभव और कुशल नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है। बैंक ऑफ कनाडा और बैंक ऑफ इंग्लैंड में शीर्ष पदों पर कार्य कर चुके कार्नी को एक ऐसा नेता माना जाता है जो आर्थिक संकटों से देश को उबारने की क्षमता रखते हैं।कार्नी की संपत्ति और नेट वर्थ
पियरे पोलिएवर न्यूज के अनुसार, 2025 तक मार्क कार्नी की कुल संपत्ति 6.97 मिलियन डॉलर (करीब 61 करोड़ भारतीय रुपए) होने का अनुमान है। फोर्ट स्मिथ के मूल निवासी कार्नी ने विभिन्न कॉरपोरेट पदों पर कार्य किया है, जिससे उनकी संपत्ति और निवेश पोर्टफोलियो में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वे ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट के महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं और ब्लूमबर्ग एलपी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के चेयरमैन भी रह चुके हैं।कैसे बनाई दौलत?
कार्नी ने अपनी अधिकांश संपत्ति वित्तीय क्षेत्र में अपने लंबे करियर के दौरान अर्जित की। उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री प्राप्त करने के बाद गोल्डमैन सैक्स में अपने करियर की शुरुआत की, जहाँ उन्होंने 13 वर्षों तक विभिन्न भूमिकाओं में कार्य किया। इस दौरान उन्होंने बोस्टन, लंदन, न्यूयॉर्क, टोक्यो और टोरंटो जैसे वैश्विक वित्तीय केंद्रों में काम किया।59 वर्षीय कार्नी ने इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में महत्वपूर्ण पद संभाले, जिनमें सॉवरेन रिस्क के को-हेड और इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के मैनेजिंग डायरेक्टर शामिल थे। उन्होंने 1998 के रूसी वित्तीय संकट और 2008 की वैश्विक मंदी जैसी गंभीर आर्थिक चुनौतियों का सामना किया, जिससे उनके वित्तीय ज्ञान और संकट प्रबंधन क्षमताओं को मजबूती मिली।कनाडा को संकट से उबारने में भूमिका
गोल्डमैन सैक्स में कार्य करने के दौरान कार्नी ने वित्तीय प्रणाली के जटिल पहलुओं को समझा और अपनी विशेषज्ञता विकसित की। उन्होंने 2013 में बैंक ऑफ इंग्लैंड का नेतृत्व संभालने से पहले बैंक ऑफ कनाडा के गवर्नर के रूप में कार्य किया। 2007 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान उन्होंने कनाडा की अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई। उनके प्रयासों के कारण कनाडा G7 देशों में पहला देश बना जिसने संकट के बाद अपनी GDP को प्री-क्राइसिस स्तर पर पुनः स्थापित किया। उनकी इन उपलब्धियों ने उन्हें 2012 में "सेंट्रल बैंक गवर्नर ऑफ द ईयर" का खिताब दिलाया और उन्हें विश्व के सबसे प्रभावशाली वित्तीय नेताओं में शामिल किया।कनाडा के लिए क्या होगा कार्नी का दृष्टिकोण?
प्रधानमंत्री के रूप में मार्क कार्नी की प्राथमिकता कनाडा की अर्थव्यवस्था को स्थिर रखना, व्यापारिक संबंधों को मजबूत बनाना और नई वित्तीय नीतियों को लागू करना होगी। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच उनकी गहरी वित्तीय समझ और रणनीतिक दृष्टिकोण कनाडा को मजबूती प्रदान कर सकते हैं।निष्कर्ष
मार्क कार्नी का प्रधानमंत्री बनना कनाडा के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव है। उनकी वित्तीय विशेषज्ञता, वैश्विक अनुभव और प्रभावशाली नेतृत्व क्षमताएं देश को आर्थिक चुनौतियों से बाहर निकालने में सहायक हो सकती हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे प्रधानमंत्री के रूप में कनाडा के आर्थिक भविष्य को किस दिशा में ले जाते हैं।