Vikrant Shekhawat : May 14, 2021, 10:23 AM
Washington: एक तरफ दुनिया के ज्यादातर देश कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण से जूझ रहे हैं, तो वहीं अमेरिका के लोगों के लिए बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है. अमेरिका में पूरी तक वैक्सीनेट हो चुके लोगों के लिए अब मास्क पहनना या सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करना जरूरी नहीं रहा. यह बात अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने कही है और इस बात की घोषणा खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने की है. हालांकि उन्होंने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है, उनके लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी रहेगा. राष्ट्रपति ने खुशी जाहिर की है कि हमने ज्यादातर लोगों का टीकाकरण करवा लिया है.जो बाइडेन ने सीडीसी की तारीफ की, कहा-वैक्सीन लें या मास्क पहनेंसेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के प्रयासों की सराहना करते हुए राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, ‘अगर आप पूरी तरह से वैक्सीनेट हो गए तो हैं आपको अब मास्क पहनने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि, ‘एक साल की कड़ी मेहनत और इतनी कुर्बानी के बाद अब यह रूल एकदम सिंपल है कि या तो वैक्सीन लगवा लें या फिर हमेशा मास्क पहनते रहें.’ उन्होंने कहा कि अमेरिका के लोगों के लिए यह खबर राहतभरी तो है, लेकिन साथ में जिम्मेदारियां भी लेकर आई है. टीकाकरण से अछूते लोगों के लिए पाबंदियां और कड़ाई जारी रहेगी.सीडीसी ने कहा-वैक्सीन ले चुके लोग बिना मास्क के काम पर जाएंअमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन ने बताया है कि कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोग बिना मास्क और सोशल डिस्टेंस यानी 6 फीट की दूरी के नियम को फॉलो किए बिना अपनी गतिविधियों को फिर से शुरू कर सकते हैं. हालांकि संघीय, राज्य, स्थानीय, आदिवासी या क्षेत्रीय कानूनों, लोकल बिजनेस और वर्कप्लेस गाइडेंस के मुताबिक जिन जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है, वहां मास्क पहनना होगा.बच्चों के वैक्सीनेशन में भी अब आएगी तेजी आपको बता दें कि अमेरिका में कोरोना के खिलाफ जंग में टीकाकरण का काम काफी जोरों से हुआ है. वयस्कों में काफी हद तक लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. वहीं, अमेरिकी फूड एंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन ने फाइजर बायोन्टेक की कोरोना वायरस वैक्सीन को 12 साल या उससे ऊपर के बच्चों को भी लगाने की इजाजत दे दी है. इससे देश में टीकाकरण और तेज होने की उम्मीद है.