दिल्ली / गैंगस्टर गोगी को दिल्ली के कोर्ट में हमलावरों ने 18 गोलियां मारी थीं: ऑटोप्सी रिपोर्ट

दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में हुए शूटआउट में गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी के मरने के बाद उसकी ऑटोप्सी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि हमलावरों ने उसे 18 गोलियां मारी थीं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वकील के वेश में आए 2 हमलावरों की ऑटोप्सी रिपोर्ट से पता चला है कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें 22 गोलियां मारी थीं।

Vikrant Shekhawat : Sep 30, 2021, 01:54 PM
नई दिल्ली. दिल्‍ली के रोहिणी कोर्ट में पिछले दिनों हुए शूटआउट (Rohini Court Shootout) को लेकर हर रोज नये खुलासे हो रहे हैं. जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी (Jitendra Gogi) को 18 गोलियां लगी थीं. इस दौरान दोनों हमलावरों पर पुलिसकर्मियों ने 23 गोलियां दागी थीं. इस बीच बुधवार शाम क्राइम ब्रांच की एक टीम मंडोली जेल गई, जहां उन्होंने घटना के कथित मास्टरमाइंड सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया (Tillu Tajpuria) से करीब दो घंटे तक पूछताछ की.

इंडियन एक्सप्रेस ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से लिखा,’ टिल्लू ने अपनी संलिप्तता से इनकार किया है और दावा किया है कि जब वह अपने सहयोगियों के संपर्क में था, तो उसे किसी हत्या की साजिश के बारे में जानकारी नहीं थी. आने वाले दिनों में हम आगे की पूछताछ के लिए उसे पुलिस हिरासत में लेने के लिए कोर्ट के समक्ष एक आवेदन दायर करेंगे.’

तीन डॉक्टरों ने किया पोस्टमॉर्टम

बीते शुक्रवार को रोहिणी कोर्ट में दो हमलावरों (राहुल त्यागी और जगदीप जग्गा) ने वकील बनकर कोर्ट रूम में प्रवेश किया और गोगी पर कई गोलियां चलाईं. पुलिसकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘पोस्टमॉर्टम मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में तीन डॉक्टरों के एक मेडिकल बोर्ड द्वारा किया गया था, जिसने पाया है कि गोगी के शरीर में 18 गोलियों के जख्म थे, जबकि राहुल के 19 और जगदीप के तीन जख्म हैं.’

उमंग और विनय की गिरफ्तारी के बाद खुले राज

इस मामले में दिल्‍ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शनिवार को दो लोगों उमंग यादव और विनय मोटा को गिरफ्तार किया था. इस दौरान एक कार भी बरामद की थी जिसका इस्तेमाल हमलावरों को कोर्ट तक छोड़ने के लिए किया था. पुलिस ने उमंग के पास से अवैध हथियार बरामद करने के बाद उसके खिलाफ स्पेशल सेल थाने में आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. अधिकारी ने कहा, ‘उमंग ने पुलिस को बताया कि टिल्लू ने उसे गोगी को खत्म करने के लिए हथियार मुहैया कराए थे.’

एक अधिकारी ने कहा, ‘गिरफ्तार किए गए दो लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस को पता चला है कि राहुल, जगदीप, उमंग, विनय और एक अन्‍य सहयोगी के वकील की ड्रेस में कोर्ट रूम में प्रवेश के बाद गोगी की हत्या को अंजाम देने के बाद जज के सामने सरेंडर करने की योजना थी, लेकिन उनकी योजना बदल गई, क्योंकि उमंग और उसके साथी ने उचित ड्रेस नहीं पहनी थी. उन्होंने राहुल और जगदीप को कोर्ट रूम में भेज दिया और खुद कार के अंदर रुक गए. इस बीच सीसीटीवी फुटेज में उनके सहयोगियों को काले कपड़े पहने और अदालत के चारों ओर घूमते हुए देखा गया है.’