Vikrant Shekhawat : Jul 21, 2021, 04:37 PM
Delhi: ईद-उल-अजहा (Eid al-Adha) यानी की बकरा ईद के लिए पूरे देश में विशेष नमाजें होने के बाद अब कुर्बानियों (Sacrifice) का दौर शुरू हो गया है। बकरा ईद के मौके पर मुस्लिम समुदाय (Muslim Community) के लोग जानवर की कुर्बानी (बलि) देते हैं। इसके लिए कई दिन पहले से जानवरों को खिला-पिला कर मोटा किया जाता है। जानवरों के बाजार में ऐसे सेहतमंद जानवरों की बड़ी बोलियां लगती हैं। ऐसी ही एक बोली लखनऊ में लगी है, जो कि खासी चर्चा में है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और बुलंदशहर में मंगलवार को कुर्बानी के जानवरों की कई बड़ी बोलियां लगीं लेकिन एक बोली खासी बड़ी रही। यहां एक आदमी ने 4।5 लाख रुपये में बकरे की एक जोड़ी (Goat Pair) खरीदी।मंगलवार को लखनऊ में गोमती नदी के पास के बाजार में लगी इस बोली में जो 2 बकरे साढ़े 4 लाख रुपये में बिके हैं, उसमें एक का वजन 170 किलो और दूसरे का 150 किलो है। ये बकरे केवल 2 साल के हैं। इन बकरों की कीमत ऐसे ही लाखों रुपये में नहीं लगी है, बल्कि इन बकरों के खान-पान पर जमकर खर्च भी किया गया है। ये बकरे रोजाना 600 रुपये के काजू, पिस्ता, बादाम आदि ड्राय फ्रूट्स खाते हैं।इन बकरों को रोजाना ड्राय फ्रूट्स, मिठाइयां खिलाने के अलावा जूस भी दिया जाता है, ताकि इनको पूरा न्यूट्रीशन मिल सके।इन बकरों को साफ रखने के लिए रोजाना शैम्पू से नहलाया जाता है और समय-समय पर इनका मेडिकल चैकअप भी किया जाता है। बता दें कि ईद-उल-अजहा के मौके पर कई लोग बकरे के अलावा भेड़, ऊंट, भैंस आदि की भी कुर्बानी देते हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और बुलंदशहर में मंगलवार को कुर्बानी के जानवरों की कई बड़ी बोलियां लगीं लेकिन एक बोली खासी बड़ी रही। यहां एक आदमी ने 4।5 लाख रुपये में बकरे की एक जोड़ी (Goat Pair) खरीदी।मंगलवार को लखनऊ में गोमती नदी के पास के बाजार में लगी इस बोली में जो 2 बकरे साढ़े 4 लाख रुपये में बिके हैं, उसमें एक का वजन 170 किलो और दूसरे का 150 किलो है। ये बकरे केवल 2 साल के हैं। इन बकरों की कीमत ऐसे ही लाखों रुपये में नहीं लगी है, बल्कि इन बकरों के खान-पान पर जमकर खर्च भी किया गया है। ये बकरे रोजाना 600 रुपये के काजू, पिस्ता, बादाम आदि ड्राय फ्रूट्स खाते हैं।इन बकरों को रोजाना ड्राय फ्रूट्स, मिठाइयां खिलाने के अलावा जूस भी दिया जाता है, ताकि इनको पूरा न्यूट्रीशन मिल सके।इन बकरों को साफ रखने के लिए रोजाना शैम्पू से नहलाया जाता है और समय-समय पर इनका मेडिकल चैकअप भी किया जाता है। बता दें कि ईद-उल-अजहा के मौके पर कई लोग बकरे के अलावा भेड़, ऊंट, भैंस आदि की भी कुर्बानी देते हैं।