News18 : Aug 26, 2020, 08:45 AM
नई दिल्ली। कोरोना महामारी (Coronavirus) के बीच सोशल मीडिया (Social Media) पर तरह- तरह की ख़बरें वायरल हो रही हैं। जिन खबरों पर विश्वास करना मुश्किल हैं कि कौन सी खबर सच है और कौन सी फेक हैं। कुछ इसी तरह से व्हाट्सप्प (WhatsApp) पर एक मैसेज वायरल हुआ है। जिस मैसेज में दावा किया गया है कि केंद्र सरकार प्रत्येक COVID-19 रोगी के लिए हर नगर पालिका को 1.5 लाख रुपये देगी। देश में बढ़ते संक्रमण के बीच इस तरह की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगी। इस खबर पर पीआईबी (Press Information Bureau) ने फैक्ट चेक के जरिए पड़ताल की तो पता चला कि ये खबर फर्जी है।
पीआईबी फैक्ट चेक-
पीआईबी फैक्ट चेक-
इस खबर की पड़ताल करने पर पता चला कि ये खबर फर्जी है। इससे जुड़ी ऐसी कोई भी खबर किसी भी वेबसाइट पर नहीं छापी गई है। वही पीआईबी की तरफ से भी इस बात की पुष्टि की गई है कि सरकार द्वारा ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है। ऐसे में ये साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ये खबर गलत है।आपको बता दें कि देश में दिनों-दिन औसतन 60 हजार से अधिक नए केस सामने आ रहे हैं। इससे कुल आंकड़ा बढ़कर 31 लाख के आगे पहुंच चुका है। साथ ही बड़ी संख्या में लोगों की मौत भी हुई है। लेकिन भारत में कोरोना वायरस संक्रमण (Covid 19) के मामले आखिर इतनी तेज रफ्तार से क्यों बढ़ रहे हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ने मंगलवार को पहली बार 24 घंटे में 6,423 की कमी आई है। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 की जांच वर्तमान में बढ़कर प्रतिदिन प्रति दस लाख 600 जांच से अधिक हो गई है जो कि एक अगस्त को प्रतिदिन प्रति 10 लाख पर 363 जांच की थी। भार्गव ने कहा, 'भारत में हमारे पास 1,524 कोविड-19 जांच प्रयोगशालाएं हैं और 25 अगस्त 2020 तक 3,68,27,520 जांच की जा चुकी हैं।Claim: A message circulating on #WhatsApp claims that Central Government is providing Rs 1.5 lakh to every Municipality for each #COVID19 patient. #PIBFactCheck: The claim is #Fake. No such announcement has been made by Government. pic.twitter.com/Ntr137aIUY
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 25, 2020