Vikrant Shekhawat : Apr 03, 2022, 08:46 AM
राजधानी में जेनेरिक दवाओं के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा। इसके लिए दिल्ली सरकार ने इन दवाओं की उपलब्धता व इस्तेमाल बढ़ाने के लिए कदम उठाया है। सरकार ने सभी केमिस्ट से कहा है कि वे अपनी दुकान के बाहर एक बोर्ड लगाएंगे, जिसमें जेनेरिक दवाओं की उपलब्धता के बारे में लिखा होगा।दिल्ली सरकार की ड्रग्स नियंत्रण इकाई की ओर से इस संबंध में आदेश जारी हुआ है। आदेश में कहा गया है कि 15 मार्च 2022 को हुई बैठक में जेनेरिक दवाओं के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए निर्णय लिया गया है।बता दें कि जेनेरिक दवा वह है जो पहले से ही बाजार में मौजूद हैं, इसे पहले से ही बाजार में बिकने वाली ब्रांड-नाम वाली दवा के जैसे ही बनाया जाता है। यह दवा की शक्ति, खुराक का रूप, सुरक्षा, प्रदर्शन, गुणवत्ता व अन्य विशेषताओं में एक जैसी ही होती हैं।उदाहरण के लिए पैरासिटामोल एक दवा का सामान्य नाम है, जबकि क्रोसिन इसका ब्रांड का नाम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत जेनेरिक दवाओं का बड़ा उत्पादक है। यहां बनी जेनेरिक दवाएं 150 देशों में निर्यात की जाती हैं, जो कि आम दवाओं की तुलना में सस्ती होती हैं।