देश / सरकार बोली- 5जी टेस्टिंग से नहीं आई कोविड-19 की दूसरी लहर; मोबाइल टावरों का किया बचाव

5जी टेस्टिंग से कोविड-19 की दूसरी लहर आने के दावे वाले वायरल संदेशों को सरकार ने 'भ्रामक' बताया है। बकौल सरकार, 5जी टेक्नोलॉजी व कोविड-19 फैलने के बीच कोई संबंध नहीं है। सरकार ने कहा कि मोबाइल टावरों से नॉन-आयोनाइज़िंग रेडियो फ्रीक्वेंसी निकलती है जो मनुष्यों समेत किसी भी जीवित कोशिका को नुकसान नहीं पहुंचा सकती है।

Vikrant Shekhawat : May 11, 2021, 10:33 AM
नई दिल्ली: दूरसंचार विभाग ने सोमवार को कहा कि 5जी तकनीक और कोरोना के प्रसार के बीच कोई संबंध नहीं है। विभाग ने लोगों से अपील की कि वे इंटरनेट मीडिया पर फैल रहे इस तरह के आधारहीन एवं फर्जी संदेशों से गुमराह न हों। विभाग ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि यह दावा गलत है और इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है कि देश में 5जी ट्रायल या नेटवर्क से कोरोना महामारी फैल रही है।

बयान में कहा गया कि विभिन्न इंटरनेट मीडिया मंचों पर गुमराह करने वाले कई संदेश फैले हुए हैं, जिनमें दावा किया गया है कि देश में महामारी की दूसरी लहर का कारण 5जी मोबाइल टावर के परीक्षण हैं। विभान ने कहा, ये संदेश गलत हैं और पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। इसलिए आम जनता को सूचित किया जाता है कि 5जी तकनीक एवं कोरोना के प्रसार में कोई संबंध नहीं है और उनसे अपील की जाती है कि वे इससे जुड़ी गलत सूचना एवं अफवाहों से गुमराह न हों।