Zee News : May 22, 2020, 09:09 AM
नई दिल्ली: अमेरिका ने अलकायदा (Al qaeda) के बड़े आतंकवादी मोहम्मद इब्राहिम जुबैर को भारत को सौंप दिया है। 19 मई को ही उसे भारत लाया गया और पंजाब के अमृतसर में एक क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। हैदराबाद का रहने वाला जुबैर अल कायदा के लिए फाइनेंसिंग का काम देखता था। उसे अमेरिकी अदालत में आतंकवादी घटनाओं में दोषी पाया गया।
इब्राहिम जुबैर को 2011 में अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था। वह तेलंगाना का रहने वाला है और पेशे से इंजीनियर है। अमेरिकी में आतंकवादी घटनाओं में दोषी पाया गया। अमेरिका में सजा पूरी कर चुका है। अब अमेरिका ने उसे भारत को सौंप दिया है। उसे पांच साल की सजा हुई थी। उसके भाई याह्या मोहम्मद को 27 साल की सजा सुनाई गई थी। इब्राहिम जुबैर बुधबार को भारी सुरक्षा के बीच भारत लाया गया। भारतीय सुरक्षा अधिकारियों द्वारा उससे पूछताछ की जा रही है कि क्या भारत में आतंकी घटनाओं में उसका हाथ तो नहीं है।जुबैर ने 2001 में उस्मानिया यूनिवर्सिटी हैदराबाद से ग्रेजुएशन किया और आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चला गया। अमेरिका में उसका भाई याह्या फारूक मोहम्मद रहता था। उर्बाना में इलिनोइस यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। 2005 के बाद ओहियो में शिफ्ट हो गया। भारतीय सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, अलकायदा लीडर अनवर अल-अवलकी के वीडियो देखकर आतंकी बन गया। जब उसका भाई दुबई में शिफ्ट हुआ तो उसने बैंक ट्रांजेक्शन के लिए मोहम्मद जुबैर के अमेरिकी पते का इस्तेमाल किया।
इब्राहिम जुबैर को 2011 में अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था। वह तेलंगाना का रहने वाला है और पेशे से इंजीनियर है। अमेरिकी में आतंकवादी घटनाओं में दोषी पाया गया। अमेरिका में सजा पूरी कर चुका है। अब अमेरिका ने उसे भारत को सौंप दिया है। उसे पांच साल की सजा हुई थी। उसके भाई याह्या मोहम्मद को 27 साल की सजा सुनाई गई थी। इब्राहिम जुबैर बुधबार को भारी सुरक्षा के बीच भारत लाया गया। भारतीय सुरक्षा अधिकारियों द्वारा उससे पूछताछ की जा रही है कि क्या भारत में आतंकी घटनाओं में उसका हाथ तो नहीं है।जुबैर ने 2001 में उस्मानिया यूनिवर्सिटी हैदराबाद से ग्रेजुएशन किया और आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चला गया। अमेरिका में उसका भाई याह्या फारूक मोहम्मद रहता था। उर्बाना में इलिनोइस यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। 2005 के बाद ओहियो में शिफ्ट हो गया। भारतीय सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, अलकायदा लीडर अनवर अल-अवलकी के वीडियो देखकर आतंकी बन गया। जब उसका भाई दुबई में शिफ्ट हुआ तो उसने बैंक ट्रांजेक्शन के लिए मोहम्मद जुबैर के अमेरिकी पते का इस्तेमाल किया।