Vikrant Shekhawat : Jan 03, 2021, 10:11 PM
नई दिल्ली | भारत में कोरोना टीके के लिए भारत बायोटेक की वैक्सीन 'कोवैक्सीन' की इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी पर कांग्रेस की ओर से उठाए गए सवालों पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने पलटवार किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि इस तरह से एक महत्वपूर्ण मुद्दे का राजनीतिकरण करना किसी भी अपमानजनक है। स्वास्थ्य मंत्री ने रविवार शाम को एक ट्वीट करते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर, जयराम रमेश और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को टैग करते हुए कहा है कि कोरोना वायरस के टीकों को अनुमोदित करने के लिए विज्ञान-समर्थित प्रोटोकॉल का खंडन करने की कोशिश न करें। स्वास्थ्य मंत्री ने अंत में लिखा उठिए और महसूस कीजिए की आप केवल खुद को बदनाम कर रहे हैं।बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तिरूवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर ने कोवैक्सीन को मंजूरी देने की आलोचना की और कहा कि यह समय पूर्व और खतरनाक है। थरूर ने ट्वीट किया, 'कोवैक्सीन का अभी तक तीसरे चरण का परीक्षण नहीं हुआ है। मंजूरी समय से पहले दी गई है और यह खतरनाक हो सकता है। डॉ. हर्षवर्धन को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। पूरा परीक्षण होने तक इसके इस्तेमाल से बचना चाहिए।वहीं, कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने भी चिंता जताई। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से यह स्पष्ट करने को कहा कि तीसरे चरण के परीक्षणों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत प्रोटोकॉल क्यों संशोधित किए जा रहे हैं। उन्होंने ट्विटर पर कहा, भारत बायोटेक प्रथम दर्जे का उद्यम है, लेकिन यह हैरान करने वाला है कि तीसरे चरण के परीक्षण से संबंधित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत प्रोटोकॉल कोवैक्सीन के लिए संशोधित किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को स्पष्ट करना चाहिए।इसके अलावा समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि मैं बीजेपी की कोरोना वैक्सीन को नहीं लगवाऊंगा। मुझे इनकी वैक्सीन पर भरोसा नहीं है। शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश ने भारत सरकार की कोरोना वैक्सीन को बीजेपी का वैक्सीन करार दिया। उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार आएगी तो जनता को मुफ्त में कोरोना का टीका मुहैया कराया जाएगा।