Train Accident / बांग्लादेश के किशोरगंज में भीषण ट्रेन हादसा, 15 लोगों की मौत, 100 से ज्यादा घायल

बांग्लादेश के किशोरगंज में बड़ा रेल हादसा हुआ है, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई है और 100 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं. घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज किया जा रहा है. कुछ घायलों की हालत गंभीर है. वहीं, ट्रेन में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है. जानकारी के मुताबिक, किशोरगंज में एक यात्री ट्रेन और मालगाड़ी के बीच में भीषण टक्कर हुई है, जिसमें कम से कम

Vikrant Shekhawat : Oct 23, 2023, 09:04 PM
Train Accident: बांग्लादेश के किशोरगंज में बड़ा रेल हादसा हुआ है, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई है और 100 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं. घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज किया जा रहा है. कुछ घायलों की हालत गंभीर है. वहीं, ट्रेन में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है.

मिली जानकारी के मुताबिक, किशोरगंज में एक यात्री ट्रेन और मालगाड़ी के बीच में भीषण टक्कर हुई है, जिसमें कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. यह हादसा तब हुआ जब राजधानी ढाका से लगभग 80 किलोमीटर दूर भैरब में एक यात्री ट्रेन मालगाड़ी से टकरा गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि दुर्घटना में कई लोगों के घायल होने की आशंका है. उनका कहना है कि कई लोग ट्रेन में फंसे हुए हैं.

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि कई घायल क्षतिग्रस्त डिब्बों में फंसे हुए हैं. इस बीच अग्निशमन सेवा कर्मी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है. स्थानीय पुलिस अधिकारी सिराजुल इस्लाम का कहना है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि बचाव अभियान जारी है. बताया गया है कि यह दुर्घटना शाम करीब 4 बजे हुई है. रेलवे की लापरवाही सामने आई है क्योंकि दोनों ट्रेने एक ही ट्रैक पर आ गईं, जिसकी वजह से हादसा हुआ है.

बांग्लादेश में ट्रेन दुर्घटनाएं आम, क्यों होते हैं हादसे

भैरब फायर स्टेशन के अधिकारी मोशर्रफ हुसैन का कहना है कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है. बचावकर्मियों और स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है और अबतक 12 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. बता दें कि बांग्लादेश में ट्रेन दुर्घटनाएं आम हो गई हैं. आए दिन कहीं न कही हादसे की जानकारी सामने आती रहती है. ये हादसे अक्सर खराब सिग्नलिंग, लापरवाही, पुरानी पटरियों या अन्य जर्जर बुनियादी ढांचे के कारण होती हैं.