Vikrant Shekhawat : Apr 12, 2021, 05:38 PM
पटना: बिहार (Bihar) का स्वास्थ्य विभाग (Health Department) अपने कारनामों के लिए पहले भी चर्चा में रहा है। फिलहाल पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) में एक बेहद अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां जिंदा शख्स को मृत घोषित कर उसका डेथ सर्टिफिकेट (Death Certificate) जारी कर दिया गया।
कोरोना पॉजिटिव आने पर अलग वार्ड में किया शिफ्टपीएमसीएच के एक डॉक्टर ने बताया कि बाढ़ थाने के मोहम्मदपुर में रहने वाले चुन्नू कुमार को ब्रेन हेमरेज के बाद 9 अप्रैल को पीएमसीएच में भर्ती करवाया गया था। इलाज के दौरान उनकी कोरोना (Coronavirus) जांच करवाई गई, जिसमें वो पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद कोरोना वार्ड में उन्हें भर्ती करवा दिया गया और उनका इलाज शुरू किया गया।
जल्दबाजी में जारी किया डेथ सर्टिफिकेटअस्पताल प्रशासन ने रविवार को उनकी पत्नी और भाई को सूचना दी कि चुन्नू की मौत हो गई। मौत के बाद शव को हटाने की आपाधापी में अस्पताल प्रशासन ने मरीज के शव को सीलपैक करके चुन्नू के भाई मनोज कुमार को सौंप दिया और डेथ सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया।ऐसे हुआ अस्पताल की लापरवाही का खुलासाप्रशासन की देखरेख में शव के अंतिम संस्कार के लिए उन्हें ले जाया गया। उस दौरान मृतक की पत्नी अपने पति के अंतिम दर्शन करने की जिद करने लगी। परिजनों के मुताबिक, जब अंतिम दर्शन करने के लिए शव पर से कपड़ा हटाया गया तो शव चुन्नू का नहीं बल्कि किसी और निकला। इसके बाद तो सभी हैरान रह गए।इसके बाद पीएमसीएच हरकत में आया। पीएमसीएच में फिलहाल चुन्नू का इलाज चल रहा है, जिसकी पुष्टि अस्पताल प्रशसन और चुन्नू के परिजनों ने भी की।इधर जीवित कोरोना मरीज को मृत बताकर मौत का गलत सर्टिफिकेट देने के मामले में पीएमसीएच के सुपरिटेंडेंट डॉक्टर आई। एस। ठाकुर ने इसे बड़ी गलती बताते हुए हेल्थ मैनेजर अंजली कुमारी को सस्पेंड कर दिया है।
कोरोना पॉजिटिव आने पर अलग वार्ड में किया शिफ्टपीएमसीएच के एक डॉक्टर ने बताया कि बाढ़ थाने के मोहम्मदपुर में रहने वाले चुन्नू कुमार को ब्रेन हेमरेज के बाद 9 अप्रैल को पीएमसीएच में भर्ती करवाया गया था। इलाज के दौरान उनकी कोरोना (Coronavirus) जांच करवाई गई, जिसमें वो पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद कोरोना वार्ड में उन्हें भर्ती करवा दिया गया और उनका इलाज शुरू किया गया।
जल्दबाजी में जारी किया डेथ सर्टिफिकेटअस्पताल प्रशासन ने रविवार को उनकी पत्नी और भाई को सूचना दी कि चुन्नू की मौत हो गई। मौत के बाद शव को हटाने की आपाधापी में अस्पताल प्रशासन ने मरीज के शव को सीलपैक करके चुन्नू के भाई मनोज कुमार को सौंप दिया और डेथ सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया।ऐसे हुआ अस्पताल की लापरवाही का खुलासाप्रशासन की देखरेख में शव के अंतिम संस्कार के लिए उन्हें ले जाया गया। उस दौरान मृतक की पत्नी अपने पति के अंतिम दर्शन करने की जिद करने लगी। परिजनों के मुताबिक, जब अंतिम दर्शन करने के लिए शव पर से कपड़ा हटाया गया तो शव चुन्नू का नहीं बल्कि किसी और निकला। इसके बाद तो सभी हैरान रह गए।इसके बाद पीएमसीएच हरकत में आया। पीएमसीएच में फिलहाल चुन्नू का इलाज चल रहा है, जिसकी पुष्टि अस्पताल प्रशसन और चुन्नू के परिजनों ने भी की।इधर जीवित कोरोना मरीज को मृत बताकर मौत का गलत सर्टिफिकेट देने के मामले में पीएमसीएच के सुपरिटेंडेंट डॉक्टर आई। एस। ठाकुर ने इसे बड़ी गलती बताते हुए हेल्थ मैनेजर अंजली कुमारी को सस्पेंड कर दिया है।