Vikrant Shekhawat : May 11, 2022, 06:29 PM
प्रवर्तन निदेशालय ने आईएएस पूजा सिंघल को झारखंड के रांची से गिरफ्तार कर लिया है. हाल ही में रेड के दौरान आईएएस पूजा सिंघल के घर से करोड़ों रुपये बरामद हुए थे. आईएएस पूजा सिंघल इसका हिसाब नहीं दे पाई थीं, जिसके बाद उनके खिलाफ ईडी ने ये कार्रवाई की है. इससे पहले ईडी उनके पति के सीए सुमन कुमार को गिरफ्तार कर चुकी है.
जान लें कि ईडी ने हाल ही में मनरेगा (MGNREGA) मामले में झारखंड समेत कई राज्यों में छापेमारी की. इस मामले में झारखंड की सीनियर आईएएस पूजा सिंघल के घर पर भी रेड की गई थी. पूजा सिंघल इस समय झारखंड सरकार में खनन सचिव के पद पर तैनात हैं.
गौरतलब है कि ये मामला साल 2020 में झारखंड में दर्ज 16 मामलों से जुड़ा है, जिसपर ईडी ने बाद में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. इस मामले में जूनियर इंजीनियर राम विनोद प्रसाद सिन्हा को गिरफ्तार किया गया था.
आरोप है कि राम विनोद प्रसाद सिन्हा ने MGNREGA के सरकारी फंड से 18 करोड़ का घपला किया था, जब वो झारखंड के खूंटी जिला में तैनात थे. उसी दौरान पूजा सिंघल भी वहां की जिलाधिकारी थीं. झारखंड पुलिस ने इस मामले में 16 FIR दर्ज कर अपनी जांच शुरू की थी और राम विनोद प्रसाद सिन्हा को गिरफ्तार किया था.
बता दें कि इस मामले में झारखंड पुलिस चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है. इन दर्ज मामलों के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था, जिसमें ईडी ने राम विनोद प्रसाद सिन्हा की करीब 4.25 करोड़ की संपत्ति भी अटैच की थी.
जान लें कि ईडी ने हाल ही में मनरेगा (MGNREGA) मामले में झारखंड समेत कई राज्यों में छापेमारी की. इस मामले में झारखंड की सीनियर आईएएस पूजा सिंघल के घर पर भी रेड की गई थी. पूजा सिंघल इस समय झारखंड सरकार में खनन सचिव के पद पर तैनात हैं.
गौरतलब है कि ये मामला साल 2020 में झारखंड में दर्ज 16 मामलों से जुड़ा है, जिसपर ईडी ने बाद में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. इस मामले में जूनियर इंजीनियर राम विनोद प्रसाद सिन्हा को गिरफ्तार किया गया था.
आरोप है कि राम विनोद प्रसाद सिन्हा ने MGNREGA के सरकारी फंड से 18 करोड़ का घपला किया था, जब वो झारखंड के खूंटी जिला में तैनात थे. उसी दौरान पूजा सिंघल भी वहां की जिलाधिकारी थीं. झारखंड पुलिस ने इस मामले में 16 FIR दर्ज कर अपनी जांच शुरू की थी और राम विनोद प्रसाद सिन्हा को गिरफ्तार किया था.
बता दें कि इस मामले में झारखंड पुलिस चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है. इन दर्ज मामलों के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था, जिसमें ईडी ने राम विनोद प्रसाद सिन्हा की करीब 4.25 करोड़ की संपत्ति भी अटैच की थी.