Vikrant Shekhawat : Dec 23, 2020, 12:50 PM
MH: देश में नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच महाराष्ट्र की अमरावती एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां संतरा उगाने वाले किसान परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गई। पहले बड़े भाई अशोक भुयार ने आत्महत्या कर ली और जब छोटा भाई अंतिम संस्कार से वापस आ रहा था, तो उसे दिल का दौरा पड़ा।
आत्महत्या से पहले, अशोक भुयार ने बच्चू कडू को भी एक पत्र लिखा था, जिसमें राज्य सरकार के एक मंत्री ने मदद मांगी थी। बच्चू कडू महाराष्ट्र सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री हैं, जिन्हें इस क्षेत्र के सबसे बड़े किसान नेता के रूप में गिना जाता है। हाल ही में बच्चू कडू किसान आंदोलन में भाग लेने के लिए दिल्ली आए थे।किसान ने अपने पत्र में लिखा है कि जिस व्यापारी ने नारंगी की बोली लगाई थी, उसने अंतिम समय में माल लेने से इनकार कर दिया था। जब किसान ने सवाल पूछा, तो वह पहले नशे में था और फिर जमकर पिटाई की।किसान अशोक भुयार ने इस मामले की शिकायत की। परिवार का आरोप है कि जब किसान शिकायत करने के लिए पुलिस स्टेशन गया, तो पुलिस स्टेशन अधिकारी ने भी उसके साथ मारपीट की, जिसके बाद किसान ने आत्महत्या कर ली।हालांकि, इस बीच मंत्री को एक पत्र लिखा। इस आत्महत्या के बाद, ग्रामीणों और उनके परिवारों ने थाने में काफी उत्पात मचाया। एसएचओ और बीट जमादार पर कार्रवाई की मांग की गई है।आपको बता दें कि इससे पहले भी महाराष्ट्र सहित देश के अन्य इलाकों से ऐसे मामले सामने आए हैं। जहां फसल में नुकसान के बाद किसान ने ऐसा कदम उठाया हैयह घटना तब हुई है जब हजारों किसान दिल्ली की सड़कों पर नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए महाराष्ट्र के कई जिलों के किसान संगठन दिल्ली पहुँच चुके हैं।
आत्महत्या से पहले, अशोक भुयार ने बच्चू कडू को भी एक पत्र लिखा था, जिसमें राज्य सरकार के एक मंत्री ने मदद मांगी थी। बच्चू कडू महाराष्ट्र सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री हैं, जिन्हें इस क्षेत्र के सबसे बड़े किसान नेता के रूप में गिना जाता है। हाल ही में बच्चू कडू किसान आंदोलन में भाग लेने के लिए दिल्ली आए थे।किसान ने अपने पत्र में लिखा है कि जिस व्यापारी ने नारंगी की बोली लगाई थी, उसने अंतिम समय में माल लेने से इनकार कर दिया था। जब किसान ने सवाल पूछा, तो वह पहले नशे में था और फिर जमकर पिटाई की।किसान अशोक भुयार ने इस मामले की शिकायत की। परिवार का आरोप है कि जब किसान शिकायत करने के लिए पुलिस स्टेशन गया, तो पुलिस स्टेशन अधिकारी ने भी उसके साथ मारपीट की, जिसके बाद किसान ने आत्महत्या कर ली।हालांकि, इस बीच मंत्री को एक पत्र लिखा। इस आत्महत्या के बाद, ग्रामीणों और उनके परिवारों ने थाने में काफी उत्पात मचाया। एसएचओ और बीट जमादार पर कार्रवाई की मांग की गई है।आपको बता दें कि इससे पहले भी महाराष्ट्र सहित देश के अन्य इलाकों से ऐसे मामले सामने आए हैं। जहां फसल में नुकसान के बाद किसान ने ऐसा कदम उठाया हैयह घटना तब हुई है जब हजारों किसान दिल्ली की सड़कों पर नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए महाराष्ट्र के कई जिलों के किसान संगठन दिल्ली पहुँच चुके हैं।