दुनिया / महिला डॉक्टर लाई फ्लैट पर दोस्त को, तो मकान मालिक हुआ गुस्सा, फेंक दिया छठे फ्लोर से नीचे, मौत

मिस्र में एक महिला डॉक्टर को बुरी तरह मारने-पीटने के बाद उसे छठे फ्लोर से नीचे फेंकने का मामला सामने आया है। मिस्त्र के स्थानीय मीडिया के अनुसार, महिला के मकान मालिक, डोरमैन और पड़ोसी इस बात से खफा थे कि आखिर ये महिला अपने अपार्टमेंट में एक पुरूष मित्र को क्यों लेकर आई थी। कायरो में रहने वाली इस महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस मामले में महिला का मकान मालिक, उनके पड़ोसी और डोरमैन को अरेस्ट कर लिया गया है।

Vikrant Shekhawat : Mar 24, 2021, 06:12 PM
मिस्र में एक महिला डॉक्टर को बुरी तरह मारने-पीटने के बाद उसे छठे फ्लोर से नीचे फेंकने का मामला सामने आया है। मिस्त्र के स्थानीय मीडिया के अनुसार, महिला के मकान मालिक, डोरमैन और पड़ोसी इस बात से खफा थे कि आखिर ये महिला अपने अपार्टमेंट में एक पुरूष मित्र को क्यों लेकर आई थी। 

कायरो में रहने वाली इस महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस मामले में महिला का मकान मालिक, उनके पड़ोसी और डोरमैन को अरेस्ट कर लिया गया है। ये पहले महिला के अपार्टमेंट में घुसे और उसे बुरी तरह मारा-पीटा गया और उसे अपने ही अपार्टमेंट की बालकनी से नीचे फेंक दिया था।

इस महिला के मकानमालिक ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इंकार किया है और कहा है कि इस महिला ने अपने आपको खुद मार लिया था क्योंकि वो साइकोलॉजिकल समस्या से गुजर रही थी। वही मिस्र में कुछ वीमेन राइट एक्टिविस्ट्स ने इस मामले की कड़ी आलोचना की है। गौरतलब है कि मिस्र में महिलाओं को लेकर कई तरह की सख्त पाबंदियां हैं और बिना शादी किए इस पुरूष से मिलना मिस्र के समाज में काफी शर्मनाक माना जाता है।

बता दें कि कुछ समय पहले ही मिस्र के राजनेताओं ने कुछ नए कानून पास किए हैं जिसके चलते कई वीमेन राइट एक्टिविस्ट्स इनके खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। इस कानून में बिना मर्द की परमिशन के महिलाएं बाहर नहीं निकल सकती हैं फिर चाहे उन्हें काम के सिलसिले में ही बाहर क्यों ना जाना हो। एक्टिविस्ट्स का कहना है कि ये कानून मिस्र को 200 साल पीछे ले जाएगा। 

साल 2013 में यूएन की एक रिपोर्ट में सामने आया था कि मिस्र में 99 प्रतिशत महिलाओं ने किसी ना किसी रूप में सेक्शुएल हैरेसमेंट झेला है वही 50 प्रतिशत से अधिक महिलाएं घरेलू हिंसा का शिकार रही हैं। इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया था कि मिस्र में अक्सर मैरिटेल रेप और घरेलू हिंसा से जुड़ी घटनाओं को अक्सर पुलिस प्रशासन द्वारा भी इग्नोर किया जाता रहा है। 

इस रिपोर्ट में ये भी सामने आया था कि ऐसी महिलाओं के लिए सपोर्ट सिस्टम ना के बराबर है और भेदभाव से भरे तलाक के कानूनों के चलते कई महिलाएं सालों-साल तक शादियों में प्रताड़ित होती रहती हैं और चाहकर भी तलाक लेने में कामयाब नहीं हो पाती हैं।