News18 : Sep 21, 2020, 07:18 AM
नई दिल्ली: पिछले साल भारत ने 900 से अधिक विदेशियों को भारतीय नागरिकता दी। चौंकाने वाली बात यह है कि इसमें सबसे ज्यादा नागरिक पाकिस्तान के हैं। ये जानकारी अधिकारिक आंकड़ों के जरिए सामने आई है। गृह मंत्रालय ने जानकारी दी है कि पिछले साल पाकिस्तान के 809 प्रवासियों (Pakistani migrants) को भारतीय नागरिकता (Indian citizenship) दी गई थी।
केंद्र द्वारा दी गई जानकारी से यह भी पता चलता है कि 2015 के बाद से पाकिस्तान से माइग्रेट होकर आए लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है। बल्कि 2018 और 2019 के आंकड़े तो हैरान करने वाले हैं क्योंकि 2018 में जहां 450 पाकिस्तानियों को नागरिकता दी गई थी, वहीं एक साल बाद इससे लगभग दोगुने 809 लोगों को नागरिकता मिली। इस तरह 2015 से 2019 तक भारत ने कुल 2,668 पाकिस्तानी प्रवासियों को नागरिकता दी।वैसे 2015 के बाद से सबसे ज्यादा नागरिकता बांग्लादेशियों को मिली लेकिन इसके पीछे वजह 2015 में हुआ भूमि सीमा समझौता था। 2015 में भारत-बांग्लादेश भूमि सीमा समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद 14,864 बांग्लादेशी नागरिकों को नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 7 के तहत भारतीय नागरिकता प्रदान की गई।
केंद्र द्वारा दी गई जानकारी से यह भी पता चलता है कि 2015 के बाद से पाकिस्तान से माइग्रेट होकर आए लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है। बल्कि 2018 और 2019 के आंकड़े तो हैरान करने वाले हैं क्योंकि 2018 में जहां 450 पाकिस्तानियों को नागरिकता दी गई थी, वहीं एक साल बाद इससे लगभग दोगुने 809 लोगों को नागरिकता मिली। इस तरह 2015 से 2019 तक भारत ने कुल 2,668 पाकिस्तानी प्रवासियों को नागरिकता दी।वैसे 2015 के बाद से सबसे ज्यादा नागरिकता बांग्लादेशियों को मिली लेकिन इसके पीछे वजह 2015 में हुआ भूमि सीमा समझौता था। 2015 में भारत-बांग्लादेश भूमि सीमा समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद 14,864 बांग्लादेशी नागरिकों को नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 7 के तहत भारतीय नागरिकता प्रदान की गई।