Vikrant Shekhawat : Dec 17, 2020, 01:59 PM
उत्तर प्रदेश : कानपुर में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक सनकी पिता ने अपने तीन साल के इकलौते बेटे की जमीन पर पटककर हत्या कर दी। बच्चे का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने पिता के बिस्तर पर पेशाब कर दिया था। वारदात के बाद आरोपी ने घर में मौजूद पत्नी और दो बेटियों को धमकी दी कि किसी ने यह बात घर के बाहर पहुंचाई तो पूरे परिवार को खत्म कर दूंगा।
आंखों के सामने दम तोड़ते बेटे को देख मां से रहा नहीं गया। उसने भाई के जरिए पुलिस को जानकारी दी, लेकिन पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले आरोपी परिवार समेत फरार हो गया। जानकारी मिलने के बाद हमीरपुर पुलिस ने बुधवार रात आरोपी को गिरफ्तार कर कानपुर पुलिस को सौंप दिया।
आरोपी हमीरपुर का रहने वाला है:
हमीरपुर जिले के छानी खुर्द गांव का निवासी संतराम प्रजापति मजदूरी करता है। परिवार में पत्नी अनीता, दो बेटी अंजना व खुशी और इकलौता पुत्र रविंद्र (3 साल) था। संतराम कुछ दिन पहले ही घाटमपुर स्थित हथेरूआ गांव के पास स्थित एक ईंट-भट्ठे में मजदूरी करने के लिए आया था। परिवार के साथ वह भट्टे पर कच्चे मकान में रहता था।
घर में सबको पीटा, बेटे को ही मार डाला:
अनीता ने बताया कि मंगलवार (15 दिसंबर) सुबह बेटे रविंद्र ने अपने पिता के बिस्तर पर पेशाब कर दी, जिससे संतराम की नींद खुल गई। वह इतना नाराज हुआ कि बेटे को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। रोने की आवाज सुनकर पास में सो रही बेटियों की भी नींद खुल गई और वे भाई को बचाने के लिए पिता के आगे हाथ जोड़ने लगीं। संतराम ने उनकी भी पिटाई कर दी। मैंने भी बेटे को बचाने की कोशिश की तो मुझे भी मारा पीटा। संतराम ने बेटे को जमीन पर पटक दिया और तब तक पीटा, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई।
बैग में शव लेकर भाग गया था आरोपी:
बेटे की मौत के बाद संतराम ने एक लोडर में पूरे परिवार को बैठाया और बैग में शव लेकर अपने गांव छानी खुर्द गांव चला गया। उसने धमकी दी थी कि यदि बेटे की हत्या की बात घर से बाहर गई तो परिवार को खत्म कर दूंगा। पत्नी अनीता ने मौका पाकर बुधवार देर शाम अपने भाई अजय को फोन पर पूरा घटनाक्रम बताया। इसके बाद अजय ने अन्य परिजन के साथ गांव पहुंचकर संतराम को पकड़कर पीटा और पुलिस को घटना की सूचना दी। हमीरपुर पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और संतराम को गिरफ्तार कर घाटमपुर पुलिस को सौंप दिया। संतराम पर हत्या का केस दर्ज कर जेल भेज दिया है।
एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हमीरपुर पुलिस ने घटना की जानकारी घाटमपुर पुलिस को दी थी। जिस पर एक टीम ने हमीरपुर जाकर संतराम को गिरफ्तार कर बच्चे के शव को कब्जे में लिया। संतराम ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है।
आंखों के सामने दम तोड़ते बेटे को देख मां से रहा नहीं गया। उसने भाई के जरिए पुलिस को जानकारी दी, लेकिन पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले आरोपी परिवार समेत फरार हो गया। जानकारी मिलने के बाद हमीरपुर पुलिस ने बुधवार रात आरोपी को गिरफ्तार कर कानपुर पुलिस को सौंप दिया।
आरोपी हमीरपुर का रहने वाला है:
हमीरपुर जिले के छानी खुर्द गांव का निवासी संतराम प्रजापति मजदूरी करता है। परिवार में पत्नी अनीता, दो बेटी अंजना व खुशी और इकलौता पुत्र रविंद्र (3 साल) था। संतराम कुछ दिन पहले ही घाटमपुर स्थित हथेरूआ गांव के पास स्थित एक ईंट-भट्ठे में मजदूरी करने के लिए आया था। परिवार के साथ वह भट्टे पर कच्चे मकान में रहता था।
घर में सबको पीटा, बेटे को ही मार डाला:
अनीता ने बताया कि मंगलवार (15 दिसंबर) सुबह बेटे रविंद्र ने अपने पिता के बिस्तर पर पेशाब कर दी, जिससे संतराम की नींद खुल गई। वह इतना नाराज हुआ कि बेटे को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। रोने की आवाज सुनकर पास में सो रही बेटियों की भी नींद खुल गई और वे भाई को बचाने के लिए पिता के आगे हाथ जोड़ने लगीं। संतराम ने उनकी भी पिटाई कर दी। मैंने भी बेटे को बचाने की कोशिश की तो मुझे भी मारा पीटा। संतराम ने बेटे को जमीन पर पटक दिया और तब तक पीटा, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई।
बैग में शव लेकर भाग गया था आरोपी:
बेटे की मौत के बाद संतराम ने एक लोडर में पूरे परिवार को बैठाया और बैग में शव लेकर अपने गांव छानी खुर्द गांव चला गया। उसने धमकी दी थी कि यदि बेटे की हत्या की बात घर से बाहर गई तो परिवार को खत्म कर दूंगा। पत्नी अनीता ने मौका पाकर बुधवार देर शाम अपने भाई अजय को फोन पर पूरा घटनाक्रम बताया। इसके बाद अजय ने अन्य परिजन के साथ गांव पहुंचकर संतराम को पकड़कर पीटा और पुलिस को घटना की सूचना दी। हमीरपुर पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और संतराम को गिरफ्तार कर घाटमपुर पुलिस को सौंप दिया। संतराम पर हत्या का केस दर्ज कर जेल भेज दिया है।
एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हमीरपुर पुलिस ने घटना की जानकारी घाटमपुर पुलिस को दी थी। जिस पर एक टीम ने हमीरपुर जाकर संतराम को गिरफ्तार कर बच्चे के शव को कब्जे में लिया। संतराम ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है।