IND vs AUS Test Series: भारतीय क्रिकेट टीम एक बार फिर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने के बेहद करीब है। हालांकि, टीम की जगह अभी सुनिश्चित नहीं हुई है, लेकिन संभावनाएं काफी मजबूत हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ घर में लगातार तीन टेस्ट हारने के बाद टीम की राह मुश्किल जरूर हुई थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में धमाकेदार जीत ने उम्मीदें फिर से जगा दी हैं। अगर भारत दूसरे टेस्ट में भी ऑस्ट्रेलिया को हराने में कामयाब होता है, तो न केवल डब्ल्यूटीसी फाइनल के करीब पहुंचेगा बल्कि विदेशी धरती पर सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने का ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लेगा।
डब्ल्यूटीसी: विदेशी जमीन पर भारत और इंग्लैंड का दबदबा
डब्ल्यूटीसी के मौजूदा चक्र में भारत ने अब तक विदेशी सरजमीं पर 12 टेस्ट मैच जीते हैं। इंग्लैंड भी इसी संख्या के साथ बराबरी पर है। हालांकि, भारतीय टीम के पास ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही सीरीज में चार और टेस्ट खेलने का मौका है। इनमें से एक भी जीत भारतीय टीम को इतिहास में पहले स्थान पर पहुंचा देगी।2019 से अब तक, भारत ने विदेशी धरती पर कुल 25 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से 12 में जीत दर्ज की है। दूसरी ओर, इंग्लैंड ने 30 विदेशी टेस्ट खेले हैं और 12 जीते हैं। लेकिन इंग्लैंड पहले ही डब्ल्यूटीसी फाइनल की दौड़ से बाहर हो चुका है।
ऑस्ट्रेलिया की स्थिति और रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलिया, जिसने विदेशी जमीन पर 22 टेस्ट खेले हैं और 10 में जीत हासिल की है, इस रैंकिंग में तीसरे स्थान पर है। हालांकि, इस समय वह भारत के खिलाफ घरेलू सीरीज खेल रहा है, जिससे उसकी विदेशी टेस्ट जीत की गिनती में कोई इजाफा नहीं होगा।
भारत के लिए आगे की राह
भारत के लिए यह सीरीज बेहद अहम है। न केवल फाइनल में जगह पक्की करने के लिए, बल्कि विदेशी धरती पर सबसे ज्यादा जीत का रिकॉर्ड कायम करने के लिए भी। रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया ने पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया है। अगर दूसरा टेस्ट भी भारत जीतता है, तो यह उसकी विदेशी सरजमीं पर 13वीं जीत होगी और वह इंग्लैंड को पीछे छोड़ते हुए इतिहास रच देगा।हालांकि, फाइनल में जगह पक्की करने के लिए भारत को अपने सभी शेष मैचों में जीत दर्ज करनी होगी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मजबूत प्रदर्शन यह सुनिश्चित करेगा कि भारत किसी भी संदेह के बिना फाइनल में जगह बनाए।
क्या भारत रचेगा इतिहास?
भारतीय टीम के पास अब डब्ल्यूटीसी इतिहास में विदेशी टेस्ट मैचों में सबसे सफल टीम बनने का मौका है। इसके लिए केवल एक जीत की जरूरत है। टीम की मौजूदा फॉर्म, आत्मविश्वास, और कप्तान रोहित शर्मा की नेतृत्व क्षमता को देखते हुए यह सपना जल्द ही हकीकत में बदल सकता है।भारत की इस उपलब्धि से न केवल डब्ल्यूटीसी फाइनल के दरवाजे खुलेंगे, बल्कि यह साबित होगा कि भारतीय क्रिकेट टीम विदेशों में भी अपना दबदबा बनाए रखने में सक्षम है। अब सबकी नजरें अगले मैच पर हैं—क्या टीम इंडिया इतिहास रचेगी या थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा?