अफगानिस्तान / कंधार के आसपास के क्षेत्रों पर तालिबान के कब्ज़े के बाद भारत ने राजनयिकों को निकाला

कंधार (अफगानिस्तान) के आसपास प्रमुख इलाकों पर तालिबान के लड़ाकों द्वारा कब्ज़ा करने के बाद भारत ने वहां स्थित कॉन्सुलेट (वाणिज्य दूतावास) के करीब 50 राजनयिकों और सुरक्षाकर्मियों को वायुसेना के विमान से निकाला है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, "यह...अस्थाई कदम है। हमारे स्थानीय स्टाफ के माध्यम से कॉन्सुलेट का काम जारी रहेगा।" काबुल में भारतीय दूतावास चालू है।

Vikrant Shekhawat : Jul 11, 2021, 02:47 PM
कांधार: तालिबान लड़ाकों द्वारा अफगानिस्तान के दक्षिणी शहर के आसपास के प्रमुख इलाकों पर कब्जा करने के दावे के बाद भारत ने कांधार वाणिज्य दूतावास से राजनयिकों और सुरक्षा कर्मियों को भारतीय वायु सेना के विमान से निकाला है. विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने ये जानकारी दी है.

सूत्रों ने बताया कि कांधार स्थित वाणिज्य दूतावास से भारतीय राजनयिकों और गैर-राजनयिकों को निकालने के लिए विशेष विमान का इस्तेमाल किया गया. बीती रात ही सभी भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है. सूत्रों के मुताबिक, इस उड़ान को संचालित करने के लिए विशेष अनुमति प्राप्त की गई थी.

एक बयान जारी कर विदेश मंत्रालयने इन खबरों की पुष्टि की है और कहा है कि भारत एक मित्र देश होने के नाते अफगानिस्तान में शांति, सदभाव और संप्रभुता की बहाली के लिए प्रयत्नशील बना रहेगा. बयान में कहा गया है कि भारत अफगानिस्तान की स्थिति पर नजर बनाए हुए है.

शनिवार को दूतावास ऐसे वक्त में खाली कराया गया है जब भारत ने चार दिन पहले ही कहा था कि काबुल में मिशन केंद्र और कांधार और मजार-ए-शरीफ शहरों में वाणिज्य दूतावासों को बंद करने की कोई योजना नहीं है. हालांकि, अधिकारियों ने कहा था कि भारत अफगानिस्तान में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है और यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे कि भारतीय अधिकारियों और नागरिकों को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे.

समाचार एजेंसी AFP की एक रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान ने ईरान के साथ लगने वाली प्रमुख सीमा सहित अफगानिस्तान के 85 प्रतिशत हिस्से पर  कब्जा होने का दावा किया है. इधर, लगभग 20 वर्षों के बाद अमेरिकी सैनिकों द्वारा वापस बुलाए जाने के मद्देनजर अफगानिस्तान में भारतीय मिशनों की पूर्ण सुरक्षा समीक्षा चल रही है.