Vikrant Shekhawat : Nov 19, 2023, 07:30 PM
Israel-Palestine War: भारत ने एक बार फिर गाजा के लोगों को बड़ी मदद भेजी है. रविवार को भारतीय वायु सेना का दूसरा सी17 विमान गाजा में चल रहे इजराइल-हमास संघर्ष से प्रभावित लोगों के लिए 32 टन सहायता सामग्री लेकर मिस्र के एल-अरिश हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई.भारत द्वारा भेजे गए मेडिकल शिपमेंट में 38 टन राहत सामग्री शामिल थी, जिसमें दवाइयां, कंबल और टेंट जैसे जरूरी सामान शामिल हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हालिया शिपमेंट में आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल आइटम और अन्य आवश्यक आपूर्ति शामिल हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह भी बताया कि भारत क्षेत्र में प्रभावित नागरिकों को अतिरिक्त मानवीय सहायता भेजने की योजना बना रहा है.
गाजा में नागरिक हताहतों से बचने पर भारत का जोरभारत ने गाजा में सैन्य अभियानों के दौरान नागरिक हताहतों से बचने के महत्व पर लगातार जोर दिया है. भारत मानवीय कानून के पालन की वकालत करता है और संघर्ष में फंसे लोगों को राहत प्रदान करने के प्रयासों का समर्थन करता है. गाजा के अल-अहली अस्पताल पर हमले के बाद भारत ने 30 टन राहत सामग्री मिस्र भेजी थी, जो गाजा के लोगों तक पहुंचाई गई है.32 टन राहत सामग्री लेकर सी17 मिस्र के लिए रवानाविदेश मंत्रालय प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भारत द्वारा पहले गाजावासियों के लिए आपातकालीन सहायता भेजे जाने के बाद बताया, “भारत ने फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेजी है! एक आईएएफ सी -17 उड़ान लगभग 6.5 टन चिकित्सा सहायता और लेकर मिस्र जा रही है.” उन्होंने बताया कि फिलिस्तीन के लोगों के लिए 32 टन आपदा राहत सामग्री मिस्र के एल-अरिश हवाई अड्डे के लिए रवाना हुई. उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा गाजा में चल रहे सैन्य अभियानों में नागरिक हताहतों से बचने की जरूरतों पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि मानवीय कानून का पालन किया जाना चाहिए, और संघर्ष में फंसे लोगों को मानवीय राहत प्रदान करने के किसी भी प्रयास को प्रोत्साहित करना चाहिए.We continue to deliver humanitarian assistance to the people of Palestine.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) November 19, 2023
Second @IAF_MCC C17 aircraft carrying 32 tonnes of aid departs for the El-Arish Airport in Egypt. pic.twitter.com/bNJ2EOJPaW