Vikrant Shekhawat : Jan 18, 2021, 07:20 PM
IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि कई खिलाड़ियों के चोटिल होने से कमजोर पड़ी भारतीय टीम के खिलाफ सीरीज बराबरी पर छूटना दो साल पहले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मेजबान टीम को मिली हार से भी बुरा परिणाम होगा। कई खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के वर्तमान दौरे में अपना जुझारूपन और जज्बा दिखाया है। चौथे और आखिरी टेस्ट मैच में भारत अपने प्रमुख तेज गेंदबाजों, कप्तान विराट कोहली और कुछ स्पेशलिस्ट बल्लेबाजों के बिना खेल रहा है। पोंटिंग ने क्रिकेट.कॉम.एयू से कहा, ''मुझे लगता है कि सीरीज का ड्रॉ होना दो साल पहले मिली हार से भी बुरा होगा।''उन्होंने कहा, ''मैं इसको इसी नजरिए से देखता हूं, यह जानते हुए कि भारत को सीरीज में 20 खिलाड़ियों में से भी प्लेइंग इलेवन चुनने में कितनी परेशानी हुई। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलियाई टीम में डेविड वॉर्नर की आखिरी दो मैच में और स्टीव स्मिथ की वापसी हुई जबकि पिछली बार वे टीम में नहीं थे। पोंटिंग ने कहा कि सीरीज में बराबरी न केवल हार जैसी होगी, बल्कि यह पिछली सीरीज से भी बुरा परिणाम होगा।''सीरीज अभी 1-1 से बराबरी पर है। भारत को गाबा में पांचवें और अंतिम दिन जीत के लिए 324 रन बनाने हैं और उसके दस विकेट बचे हुए है। अगर सीरीज बराबर रहती है तो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भारत के पास ही रहेगी। पोंटिंग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए क्योंकि भारत का जुझारूपन निरंतर नहीं बना रहेगा। उन्होंने कहा कि किसी मौके पर भारत का जुझारूपन कमजोर पड़ेगा। वे जैसा कर रहे हैं वैसा करना जारी नहीं रख सकते हैं और मुझे लगता है कि कल ऐसा हो सकता है। सीरीज के आखिरी दिन ड्रॉ के लिए खेलते हुए वे कुछ गलतियां करेंगे। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया जानता है कि उसे सीरीज जीतने के लिए अपना सबकुछ झोंक देना होगा।