News18 : Aug 21, 2020, 07:32 AM
यरुशलम। भारत और इजराइल के रिश्ते अब और मजबूत होंगे। दरअसल, दोनों ही देशों ने अपने लोगों के बीच संपर्क को और बढ़ाने के लिये एक सांस्कृतिक समझौते पर बृहस्पतिवार को हस्ताक्षर किए। इसके तहत तीन वर्षीय सहयोग कार्यक्रम की रूपरेखा दी गई है जो दोनों देशों के द्विपक्षीय रणनीतिक रिश्तों को नया आयाम देगी। यहां विदेश मंत्रालय (Ministry Of External Affairs) में इजराइल के विदेश मंत्री गबी अश्केनाजी और इजराइल में भारत के राजदूत संजीव सिंगला ने समझौते पर हस्ताक्षर किये।
समझौते में कहा गया, 'दोनों पक्ष इस बात पर सहमत थे कि यह समझौता दोनों देशों के रिश्तों को और विकसित करने में मदद देने वाला होगा खासकर युवाओं में दोनों देशों के सांस्कृतिक इतिहास के बारे में जागरुकता बढ़ाने वाला। दोनों देशों में मित्रता को और मजबूत करने की पारस्परिक समझ को भी इस समझौते से बढ़ावा मिलेगा।' अश्केनाजी ने कहा, 'यह सांस्कृतिक समझौता दोनों देशों के बीच हुए कई समझौतों में से एक है, इसके बाद भारत के राजदूत के साथ पानी को लेकर भी एक समझौता किया जाएगा। मैं यह बताते हुए बेहद उत्साहित हूं कि हम भारत के प्रसिद्ध बॉलीवुड उद्योग के साथ परस्पर फिल्म निर्माण पर भी काम कर रहे हैं।'दोनों देशों के रिश्ते एक नई ऊंचाई परराजदूत सिंगला ने करार पर हस्ताक्षर के बाद कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन साल पहले जुलाई 2017 में हुई ऐतिहासिक इजराइल यात्रा के बाद से दोनों देशों के रणनीतिक रिश्ते गुणात्मक रूप से एक नई ऊंचाई पर हैं। यह समझौता लोगों के बीच संपर्क को नई गति देगा।'
समझौते में कहा गया, 'दोनों पक्ष इस बात पर सहमत थे कि यह समझौता दोनों देशों के रिश्तों को और विकसित करने में मदद देने वाला होगा खासकर युवाओं में दोनों देशों के सांस्कृतिक इतिहास के बारे में जागरुकता बढ़ाने वाला। दोनों देशों में मित्रता को और मजबूत करने की पारस्परिक समझ को भी इस समझौते से बढ़ावा मिलेगा।' अश्केनाजी ने कहा, 'यह सांस्कृतिक समझौता दोनों देशों के बीच हुए कई समझौतों में से एक है, इसके बाद भारत के राजदूत के साथ पानी को लेकर भी एक समझौता किया जाएगा। मैं यह बताते हुए बेहद उत्साहित हूं कि हम भारत के प्रसिद्ध बॉलीवुड उद्योग के साथ परस्पर फिल्म निर्माण पर भी काम कर रहे हैं।'दोनों देशों के रिश्ते एक नई ऊंचाई परराजदूत सिंगला ने करार पर हस्ताक्षर के बाद कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन साल पहले जुलाई 2017 में हुई ऐतिहासिक इजराइल यात्रा के बाद से दोनों देशों के रणनीतिक रिश्ते गुणात्मक रूप से एक नई ऊंचाई पर हैं। यह समझौता लोगों के बीच संपर्क को नई गति देगा।'