India-China / भारतीय सेना ने चलाया पहाड़ो पर बड़ा अभियान, चीन के खिलाफ ऐसी है तैयारी

LAC पर चीन के साथ हुई मुठभेड़ के बाद भारतीय सेना अपनी पुरी तैयारियो मे लग चुकी है आने वाली सर्दियो के लिए सैना अभियान चला रही है, जिममें वह अपने सबसे बड़े सैन्य भंडारण अभियान के तहत पूर्वी लद्दाख में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगभग चार महीनों की भीषण सर्दियों के मद्देनजर टैंक, भारी हथियार, गोला-बारूद, ईंधन के साथ ही खाद्य और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में लगी हुई है।

Vikrant Shekhawat : Sep 28, 2020, 09:46 AM
नई दिल्ली: LAC पर चीन के साथ हुई मुठभेड़ के बाद भारतीय सेना अपनी पुरी तैयारियो मे लग चुकी है आने वाली सर्दियो के लिए सैना अभियान चला रही है, जिममें वह अपने सबसे बड़े सैन्य भंडारण अभियान के तहत पूर्वी लद्दाख में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगभग चार महीनों की भीषण सर्दियों के मद्देनजर टैंक, भारी हथियार, गोला-बारूद, ईंधन के साथ ही खाद्य और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में लगी हुई है।

शीर्ष कमांडरों के एक समूह के साथ थल सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे (MM Naravane) इस विशाल अभियान में निजी तौर से जुड़े हुए हैं। इसकी शुरुआत जुलाई के मध्य में हुई थी और अब यह पूरा होने जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि खासी संख्या में T-90 और T-72 टैंक, तोपों, अन्य सैन्य वाहनों को विभिन्न संवेदनशील इलाकों में पहुंचाया गया है। इस अभियान के तहत सेना ने 16,000 फुट की ऊंचाई पर तैनात जवानों के लिए बड़ी मात्रा में कपड़े, टेंट, खाद्य सामग्री, संचार उपकरण, ईंधन, हीटर और अन्य वस्तुओं की भी ढुलाई की है।

आजादी के बाद सबसे बड़ा लॉजिस्टिक अभियान

एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया कि अब तक का यह सबसे लॉजिस्टिक अभियान है जो आजादी के बाद लद्दाख में पूरा किया गया है। सूत्रों ने कहा कि भारत ने यूरोप के कुछ देशों से सर्दियों के कपड़े आदि आयात किए हैं और पूर्वी लद्दाख में सैनिकों को पहले ही उनकी आपूर्ति की जा चुकी है।  भारतीय सेना ने सर्दियों के महीनों में पूर्वी लद्दाख में सभी प्रमुख क्षेत्रों में सैनिकों की अपनी मौजूदा संख्या को बनाए रखने का फैसला किया है क्योंकि चीन के साथ सीमा विवाद के जल्द समाधान का कोई संकेत नहीं है। भारतीय वायु सेना ने भी वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे क्षेत्रों में हाई अलर्ट पर रहने का फैसला किया है।