India-China / भारतीय खुफिया एजेंसियां ने सरकार को किया अलर्ट, चीन ने कर लिया नेपाल के 7 जिलों पर कब्जा

नेपाल की सीमा से लगे नेपाल के 7 जिलों में चीन ने अवैध रूप से ज़मीन जब्त की है। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने एक रिपोर्ट भेजकर केंद्र सरकार को सतर्क कर दिया है। एजेंसियों ने केंद्र सरकार से कहा है कि चीन नेपाल की सीमा पर बहुत तेजी से अतिक्रमण कर रहा है। चीन ने नेपाल की ओर लगभग 1500 मीटर की दूरी पर दोलखा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा बढ़ा दी है।

Vikrant Shekhawat : Oct 25, 2020, 06:46 AM
नई दिल्‍ली। नेपाल की सीमा से लगे नेपाल के 7 जिलों में चीन ने अवैध रूप से ज़मीन जब्त की है। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने एक रिपोर्ट भेजकर केंद्र सरकार को सतर्क कर दिया है। एजेंसियों ने केंद्र सरकार से कहा है कि चीन नेपाल की सीमा पर बहुत तेजी से अतिक्रमण कर रहा है। चीन ने नेपाल की ओर लगभग 1500 मीटर की दूरी पर दोलखा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा बढ़ा दी है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी चीन की विस्तारवादी नीति का बचाव कर रही है। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में नेपाल के सर्वेक्षण विभाग के बारे में भी बताया गया है, जो नेपाल के सामने जमीन पर अवैध कब्जे के चीन के प्रयासों का समर्थन करता है। यह भी कहा गया है कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली ने इस रिपोर्ट की अनदेखी की।

रिपोर्ट के अनुसार, चीन नेपाल के दोलखा, गोरखा, दारचुला, हुमला, सिंधुपालचौक, संखुवासभा और रसुवा जिलों में जमीन हड़पने की योजना पर काम कर रहा है। दोलखा की तरह, चीन भी गोरखा जिले में नेपाल की ओर अंतरराष्ट्रीय सीमा का विस्तार कर रहा है, जिसमें पिलर संख्या 35, 37 और 38 के साथ-साथ सोलुखुम्बु में नम्पा भांजयांग में सीमा स्तंभ संख्या 62 है। यहां पहले तीन स्तंभ रुई गांव और टॉम नदी के क्षेत्रों में स्थित थे। जबकि नेपाल का आधिकारिक नक्शा इसे नेपाली क्षेत्र के हिस्से के रूप में दिखाता है, यहाँ के लोग नेपाल सरकार को कर का भुगतान करते हैं। लेकिन चीन ने 2017 में ही इस क्षेत्र को अपने कब्जे में ले लिया और इसे चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में मिला दिया।