देश / विदेशों में फंसे भारतीयों को वापसी के लिए देना होगा लाखो रुपए का किराया, देखे पूरी सूची

लंदन से दिल्ली के बीच प्रति व्यक्ति किराया 50 हजार रुपए तय किया गया है। ढाका से दिल्ली के बीच किराया 12 हजार रुपए होगा। सिंगापुर से आने वालों को करीब 20 हजार रुपए देने होंगे। लंदन से मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु के लिए भी 50 हजार रुपए किराया देना होगा। अमेरिका के शिकागो से दिल्ली, हैदराबाद के लिए करीब 1 लाख रुपए चुकाने होंगे।

Live Hindustan : May 05, 2020, 08:13 PM
India Lockdown: विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए महा-अभियान की शुरुआत 7 मई से होगी। सरकार ने कहा है कि विदेशों से आने वाले भारतीयों को किराया और क्वारंटाइन का खर्च खुद चुकाना होगा। इसके लिए किराया भी तय कर दिया गया है। 7 से 13 मई के बीच पहले चरण में 64 विमानों के जरिए 12 देशों से 15,000 लोगों को वापस लाया जाएगा। 

लंदन से दिल्ली के बीच प्रति व्यक्ति किराया 50 हजार रुपए तय किया गया है। ढाका से दिल्ली के बीच किराया 12 हजार रुपए होगा। सिंगापुर से आने वालों को करीब 20 हजार रुपए देने होंगे। लंदन से मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु के लिए भी 50 हजार रुपए किराया देना होगा। अमेरिका के शिकागो से दिल्ली, हैदराबाद के लिए करीब 1 लाख रुपए चुकाने होंगे।

सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी और उन्हें 14 दिन क्वारंटाइन किया जाएगा। विमान में भी सभी तरह के सुरक्षा नियमों का पालन किया जाएगा। सऊदी अरब से 10 उड़ानें, अमेरिका ब्रिटेन और मलेशिया से 7-7 उड़ानें, सऊदी अरब, सिंगापुर, फिलिपींस और कुवैत से 5-5 उड़ानें और कतर, बहरीन और ओमान से 2-2 उड़ानें भारतीय नागरिकों को देश के विभिन्न राज्यों में पहुंचाएंगी। सबसे ज्यादा 15 उड़ानें केरल आएंगी जिनमें 7 देशों से लोगों को लाया जाएगा। तमिलनाडु और दिल्ली-एनसीआर लोगों को लेकर 11-11 उड़ानें आएंगी। दोनों राज्यों में 9-9 देशों से यात्रियों को लाया जाएगा।

पुरी ने बताया कि जब यह प्रस्ताव किया गया तो आरंभ में ही करीब एक लाख 19 हजार लोगों ने वापस आने की इच्छा दिखाई थी और अभी उनकी संख्या दो लाख से भी अधिक हो गई होगी। ऐसे में उन लोगों को प्राथमिकता के आधार पर लाया जा रहा है जो अधिक संकट में हैं, मसलन जिनका वीजा समाप्त हो गया है या जिन्हें स्थानीय सरकारों ने वापस जाने के लिए कह दिया है। 

यात्रियों की संख्या को देखते हुए आगे भी इस तरह के विशेष विमानों के परिचालन की जरूरत पड़ सकती है। भविष्य में इस काम के लिए निजी विमान सेवा कंपनियों की भी मदद लेनी पड़ सकती है। सिर्फ उन्हीं यात्रियों को इन विशेष उड़ानों में सवार होने की अनुमति होगी जिनमें कोविड-19 के लक्षण नहीं होंगे। यहां हवाई अड्डों पर उतरने के बाद यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी और उसके बाद उन्हें 14 दिन के लिए अनिवार्य क्वारंटाइन में भेजा जाएगा।