बिजनेस / वित्त वर्ष 2020-21 में भारत से यात्री वाहनों का निर्यात 39% घटा: एसआईएएम

सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (एसआईएएम) के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 में यात्री वाहनों का निर्यात 38.92% घटकर 4,04,400 इकाई रह गया। गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2019-20 में 6,62,118 यात्री वाहन निर्यात किए गए थे। वहीं, वित्त वर्ष 2020-21 में यात्री कारों का निर्यात 44.32% जबकि यूटिलिटी वाहनों का निर्यात 24.88% घट गया।

Vikrant Shekhawat : Apr 20, 2021, 06:14 PM
नयी दिल्ली: कोविड-19 महामारी की वजह से बीते वित्त वर्ष 2020-21 में देश से यात्री वाहनों का निर्यात 39 प्रतिशत घट गया।

बीते वित्त वर्ष में निर्यात में गिरावट मुख्य रूप से पहली छमाही के दौरान आई। महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन और अन्य लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला के मुद्दों की वजह से यात्री वाहनों का निर्यात प्रभावित हुआ। हालांकि, उद्योग ने दूसरी छमाही में निर्यात को बेहतर करने का प्रयास किया, लेकिन इसके बावजूद निर्यात का आंकड़ा इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले काफी कम रहा।

वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के आंकड़ों के अनुसार बीते वित्त वर्ष में यात्री वाहनों का निर्यात 38.92 प्रतिशत घटकर 4,04,400 इकाई रह गया। इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में यात्री वाहनों का निर्यात 6,62,118 इकाई रहा था।

वित्त वर्ष के दौरान यात्री कारों का निर्यात 44.32 प्रतिशत घटकर 2,64,927 इकाई रह गया। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 4,75,801 इकाई रहा था।

इसी तरह यूटिलिटी वाहनों का निर्यात 24.88 प्रतिशत घट गया।

वैन का निर्यात 42.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,648 इकाई रह गया। इससे पिछले साल यह आंकड़ा 2,849 इकाई रहा था।

सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा, ‘‘बीते वित्त वर्ष की पहली छमाही में यात्री वाहनों के निर्यात में 58 प्रतिशत की भारी गिरावट आई थी। हालांकि, मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) के प्रयासों से दूसरी छमाही में निर्यात के मोर्चे पर स्थिति सुधरी। इससे पूरे वित्त वर्ष के दौरान निर्यात में गिरावट कम होकर 39 प्रतिशत रह गई।