News18 : Jun 21, 2020, 05:56 AM
नई दिल्ली। 21 जून की तारीख पिछले कुछ ही सालों से बेहद खास हो गई है। पांच साल से आज का दिन अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (Intertnational Yoga Day) के तौर पर मनाया जाता है। पांच साल पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की पहल पर संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया और देखते ही देखते दुनिया के तमाम देश इस मुहिम में शामिल हो गए।पहली बार डिजिटल तरीके से मनाया जाएगा योग दिवसयोग दिवस दुनियाभर में पहली बार 21 जून 2015 को मनाया गया और तबसे हर वर्ष इस दिन को योग दिवस के तौर पर मनाया जाता है लेकिन यह पहला मौका होगा जब इसे डिजिटल तरीके से मनाया जाएगा। इस साल की योग दिवस की थीम ‘घर पर योग और परिवार के साथ योग’ है और लोग 21 जून को सुबह सात बजे डिजिटल समारोह में शामिल हो पाएंगे।अधिकारियों ने बताया कि विदेश में भारतीय दूतावास योग का समर्थन करने वाले संस्थानों के साथ ही डिजिटल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। आयुष मंत्रालय ने लेह में बड़ा कार्यक्रम करने की योजना बनाई थी लेकिन महामारी के कारण इसे रद्द कर दिया गया।2015 में मनाया गया था पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवसभारत सहित दुनिया भर में 21 जून को योग दिवस एक त्योहार की तरह मनाया जाता है और सभी इसमें बढ़ चढ़कर शिरकत करते हैं। 21 जून के दिन की एक खासियत है कि यह वर्ष के 365 दिन में सबसे लंबा दिन होता है और योग के निरंतर अभ्यास से व्यक्ति को लंबा जीवन मिलता है इसलिए इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया। 21 जून, 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भारत की पहल पर दुनिया के लगभग सभी देश स्वस्थ रहने के लिए योग के प्रसार की इस मुहिम में शामिल हुए थे।21 जून को ही क्यों मनाया जाता है योग दिवस11 दिसंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (Intertnational Yoga Day) या विश्व योग दिवस माने की घोषणा की थी। जिसके बाद से 2015 से 21 जून को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाने लगा। 21 जून को उत्तरी गोलार्ध पर सबसे ज्यादा सूर्य की रोशनी पड़ती है, जिससे सबसे लंबा दिन होता है। भारतीय संस्कृति में इसे शुभ भी माना जाता है।