Vikrant Shekhawat : Nov 22, 2024, 09:04 AM
Gautam Adani Case: अडानी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडानी एक बार फिर विवादों के केंद्र में हैं। न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में दर्ज मुकदमे में उन पर अरबों डॉलर की रिश्वतखोरी और अमेरिकी निवेशकों को धोखा देने का आरोप लगाया गया है। इस मामले ने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ी हलचल मचा दी है।
“हम अडानी पर लगे आरोपों से वाकिफ हैं। यह मामला यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) और डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DOJ) के दायरे में आता है। जहां तक भारत और अमेरिका के संबंधों की बात है, यह मामला इन मजबूत संबंधों को प्रभावित नहीं करेगा।"
यह बयान स्पष्ट करता है कि अमेरिका इस मामले को न्यायिक प्रक्रिया के तहत देख रहा है और भारत-अमेरिका संबंधों को इससे अलग मानता है।
“आरोप आधारहीन हैं और सच्चाई से परे हैं। अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के डायरेक्टर्स के खिलाफ लगाए गए आरोपों का कोई तथ्यात्मक आधार नहीं है। अमेरिकी न्याय विभाग ने भी स्पष्ट किया है कि यह सिर्फ आरोप हैं। आरोपियों को तब तक निर्दोष माना जाता है, जब तक कि वे दोषी साबित न हो जाएं।"
समूह ने यह भी कहा कि वह कानूनी प्रक्रियाओं का सम्मान करता है और हर स्तर पर अपना पक्ष मजबूती से रखेगा।
अमेरिकी कोर्ट में आरोप और गिरफ्तारी वारंट
अमेरिकी अदालत में गौतम अडानी समेत आठ लोगों पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने सोलर एनर्जी से जुड़े सरकारी अनुबंधों को हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (लगभग 2200 करोड़ रुपये) की रिश्वत दी। आरोप यह भी है कि अडानी समूह ने निवेशकों को गुमराह किया और सरकारी अधिकारियों के साथ सांठगांठ की। कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया
इस मामले पर व्हाइट हाउस ने एक संतुलित बयान दिया है। प्रेस सचिव कराइन जीन-पियरे ने कहा,“हम अडानी पर लगे आरोपों से वाकिफ हैं। यह मामला यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) और डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DOJ) के दायरे में आता है। जहां तक भारत और अमेरिका के संबंधों की बात है, यह मामला इन मजबूत संबंधों को प्रभावित नहीं करेगा।"
यह बयान स्पष्ट करता है कि अमेरिका इस मामले को न्यायिक प्रक्रिया के तहत देख रहा है और भारत-अमेरिका संबंधों को इससे अलग मानता है।
अडानी समूह का खंडन
अडानी समूह ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए बयान जारी किया। समूह ने कहा,“आरोप आधारहीन हैं और सच्चाई से परे हैं। अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के डायरेक्टर्स के खिलाफ लगाए गए आरोपों का कोई तथ्यात्मक आधार नहीं है। अमेरिकी न्याय विभाग ने भी स्पष्ट किया है कि यह सिर्फ आरोप हैं। आरोपियों को तब तक निर्दोष माना जाता है, जब तक कि वे दोषी साबित न हो जाएं।"
समूह ने यह भी कहा कि वह कानूनी प्रक्रियाओं का सम्मान करता है और हर स्तर पर अपना पक्ष मजबूती से रखेगा।