Murata Manufacturing / iPhone हो सकते हैं और सस्ते! Murata चीन से भारत में काम शिफ्ट करेगी

चीन पर निर्भरता कम करने के लिए ऐपल अपनी सप्लाई चेन डाइवर्सिफाई कर रहा है, जिससे जापानी कंपनी Murata भारत में निवेश बढ़ाने की योजना बना रही है। इलेक्ट्रॉनिक्स की बढ़ती मांग को देखते हुए कंपनी तमिलनाडु में प्लांट स्थापित कर रही है, जिससे भारत वैश्विक उत्पादन केंद्र बन सकता है।

Murata Manufacturing: चीन और अमेरिका के बीच चल रही व्यापारिक प्रतिस्पर्धा से भारत को अप्रत्याशित रूप से लाभ मिल रहा है। वैश्विक कंपनियां चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए वैकल्पिक बाजारों की तलाश में हैं, और भारत इसमें एक प्रमुख दावेदार बनकर उभर रहा है। इसी क्रम में, ऐपल के लिए मल्टी लेयर सिरेमिक कैपेसिटर (MLCC) बनाने वाली जापानी कंपनी मुराता मैन्युफैक्चरिंग (Murata Manufacturing) भी भारत में अपनी उपस्थिति मजबूत करने पर विचार कर रही है।

भारत में उत्पादन शिफ्ट करने की योजना

मुराता मैन्युफैक्चरिंग, जो वर्तमान में अपना 60% उत्पादन जापान में करती है, आने वाले वर्षों में इस अनुपात को 50% तक कम करने की योजना बना रही है। कंपनी भारत में अपने निवेश को गति देने के लिए विभिन्न सिमुलेशन चला रही है। यह कैपेसिटर ऐपल और सैमसंग के स्मार्टफोन से लेकर सोनी के गेमिंग कंसोल तक में उपयोग किए जाते हैं।

भारत क्यों है आकर्षक गंतव्य?

  1. विकसित होती मैन्युफैक्चरिंग क्षमताएं – भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल और उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजनाएं वैश्विक कंपनियों को आकर्षित कर रही हैं।

  2. बढ़ती घरेलू मांग – भारत में स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है।

  3. सस्ते श्रम और अनुकूल नीतियां – चीन की तुलना में भारत में कम लागत वाली उत्पादन सुविधाएं और सरकार की निवेश को बढ़ावा देने वाली नीतियां इसे प्रतिस्पर्धी बनाती हैं।

मुराता का भारत में निवेश

मुराता मैन्युफैक्चरिंग ने तमिलनाडु के वनहब चेन्नई इंडस्ट्रियल पार्क में एक प्लांट किराए पर लिया है। अगले वित्तीय वर्ष से इस प्लांट में सिरेमिक कैपेसिटर की पैकेजिंग और शिपिंग शुरू करने की योजना है। यह कदम भारत में मुराता की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है, जिससे वह स्थानीय स्तर पर उत्पादन बढ़ाकर वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में अपनी भूमिका को मजबूत कर सके।

भारत में वैश्विक कंपनियों की बढ़ती रुचि

  • ऐपल ने हाल ही में भारत में अपने एयरपॉड्स वायरलेस ईयरफोन का उत्पादन शुरू किया है।

  • चीन के कई मिड-रेंज स्मार्टफोन निर्माता भी भारत में अपने नए प्लांट स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।

  • इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्नोलॉजी सेक्टर में भारत तेजी से उभर रहा है, जिससे विदेशी कंपनियां यहां निवेश करने के लिए उत्सुक हैं।

निष्कर्ष

चीन पर निर्भरता कम करने की वैश्विक प्रवृत्ति भारत के लिए एक सुनहरा अवसर है। मुराता मैन्युफैक्चरिंग जैसी कंपनियों का भारत में निवेश देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा, रोजगार के अवसर बढ़ाएगा और भारत को एक प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा। यदि सरकार और उद्योग जगत मिलकर इस अवसर का सही उपयोग करें, तो भारत भविष्य में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन का वैश्विक हब बन सकता है।