News18 : Apr 29, 2020, 03:55 PM
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान (Irrfan Khan) का निधन आज मुंबई में हो गया। मंगलवार को पेट के संक्रमण के बाद 53 वर्षीय अभिनेता को कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल (kokilaben dhirubhai ambani hospital) में भर्ती कराया गया था। इरफान 2018 से ही कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। जानकारी के अनुसार डॉक्टरों की जांच के बाद उनके पार्थिव शरीर को अस्पताल से सीधे वर्सोवा के कब्रिस्तान ले जाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार आज 3 बजे हो गया।
इरफान के निधन के बाद बॉलीवुड के लगभग सभी सितारे शोक में हैं और अपना दुख सोशल मीडिया के जरिए सामने रख रहे हैं। इरफान के निधन की खबर सबसे पहले निर्देशक शुजीत सरकार ने अपने ट्विटर के जरिए दी थी। शुजीत के साथ इरफान और अमिताभ बच्चन ने फिल्म 'पीकू' में काम किया था।
शनिवार को इरफान खान की 95 वर्षीय मां सईदा बेगम का भी निधन हुआ था। उनकी जयपुर में मृत्यु हो गई थी। अभिनेता कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे। इस बात से वह काफी परेशान थे और इसी के बाद से उनकी तबीयत नासाज होने लगी थी।
आज सुबह जब उनकी तबियत ज़्यादा खराब हुई तो उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल ले जाया गया जहां वे ज़िंदगी की ये जंग हार गए। This morning, when his health worsened, he was rushed to Kokilaben Hospital where he lost this battle of life।आज सुबह जब उनकी तबियत ज़्यादा खराब हुई तो उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल ले जाया गया जहां वे ज़िंदगी की ये जंग हार गए।
अपने कैंसर के बाद से ही इरफान अपने रूटीन चेकअप के लिए भी कोकिलाबेन अस्पताल जाते थे। इरफान खान हाई ग्रेड न्यूरोएंडोक्राइन कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। साल 2017 जून के महीने में इस बीमारी का पता चलते ही इरफ़ान काम बीच में ही छोड़कर अपना विदेश में इलाज कराने चले गए थे। इरफ़ान ने न सिर्फ अपनी बीमारी की खबर सोशल मीडिया पर दी थी बल्कि समय-समय पर उन्होंने और उनके परिवार ने उनकी तबीयत से जुड़ी अपडेट साझा कर फैंस और मीडिया का शुक्रिया अदा किया।
इस बीमारी से जूझ रहे थे इरफान
इरफान खान 2018 से न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर (Neuroendocrine tumor) नामक बीमारी से जूझ रहे थे। ये एक तरह की रेयर बीमारी है, जो शरीर के कई अंगों पर गंभीर असर डालती है। वहीं हाल में उन्हें हुए संक्रमण कोलोन इंफेक्शन (colon infection) का ताल्लुक पेट से है। न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर एक ऐसी अवस्था है जिसमें नर्वस सेल्स का निर्माण करने वाले हार्मोन में न्यूरोएंडोक्राइन कोशिकाएं असामान्य गति से बढ़ने लगती हैं। इन कोशिकाओं का नर्व कोशिकाओं और हार्मोन्स दोनों से ताल्लुक होता है। यानी कोशिकाओं की असामान्य ग्रोथ से बने ट्यूमर से हार्मोन्स का स्त्रावण भी प्रभावित होता है। यानी इसका पहला असर उन ब्लड सेल्स पर होता है, जो खून में हॉर्मोन्स का स्त्राव करती हैं।
इरफान के निधन के बाद बॉलीवुड के लगभग सभी सितारे शोक में हैं और अपना दुख सोशल मीडिया के जरिए सामने रख रहे हैं। इरफान के निधन की खबर सबसे पहले निर्देशक शुजीत सरकार ने अपने ट्विटर के जरिए दी थी। शुजीत के साथ इरफान और अमिताभ बच्चन ने फिल्म 'पीकू' में काम किया था।
शनिवार को इरफान खान की 95 वर्षीय मां सईदा बेगम का भी निधन हुआ था। उनकी जयपुर में मृत्यु हो गई थी। अभिनेता कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे। इस बात से वह काफी परेशान थे और इसी के बाद से उनकी तबीयत नासाज होने लगी थी।
आज सुबह जब उनकी तबियत ज़्यादा खराब हुई तो उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल ले जाया गया जहां वे ज़िंदगी की ये जंग हार गए। This morning, when his health worsened, he was rushed to Kokilaben Hospital where he lost this battle of life।आज सुबह जब उनकी तबियत ज़्यादा खराब हुई तो उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल ले जाया गया जहां वे ज़िंदगी की ये जंग हार गए।
अपने कैंसर के बाद से ही इरफान अपने रूटीन चेकअप के लिए भी कोकिलाबेन अस्पताल जाते थे। इरफान खान हाई ग्रेड न्यूरोएंडोक्राइन कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। साल 2017 जून के महीने में इस बीमारी का पता चलते ही इरफ़ान काम बीच में ही छोड़कर अपना विदेश में इलाज कराने चले गए थे। इरफ़ान ने न सिर्फ अपनी बीमारी की खबर सोशल मीडिया पर दी थी बल्कि समय-समय पर उन्होंने और उनके परिवार ने उनकी तबीयत से जुड़ी अपडेट साझा कर फैंस और मीडिया का शुक्रिया अदा किया।
इस बीमारी से जूझ रहे थे इरफान
इरफान खान 2018 से न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर (Neuroendocrine tumor) नामक बीमारी से जूझ रहे थे। ये एक तरह की रेयर बीमारी है, जो शरीर के कई अंगों पर गंभीर असर डालती है। वहीं हाल में उन्हें हुए संक्रमण कोलोन इंफेक्शन (colon infection) का ताल्लुक पेट से है। न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर एक ऐसी अवस्था है जिसमें नर्वस सेल्स का निर्माण करने वाले हार्मोन में न्यूरोएंडोक्राइन कोशिकाएं असामान्य गति से बढ़ने लगती हैं। इन कोशिकाओं का नर्व कोशिकाओं और हार्मोन्स दोनों से ताल्लुक होता है। यानी कोशिकाओं की असामान्य ग्रोथ से बने ट्यूमर से हार्मोन्स का स्त्रावण भी प्रभावित होता है। यानी इसका पहला असर उन ब्लड सेल्स पर होता है, जो खून में हॉर्मोन्स का स्त्राव करती हैं।