Modi 3.0 Government / भारत में बड़े हमले करना चाहता था इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन, मोदी सरकार ने किया विफल

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक स्टेट भारत में बड़े हमले की योजना बना रहा था, लेकिन मोदी सरकार की सतर्कता के कारण असफल रहा। आतंकी संगठन ने ‘लोन ऐक्टर’ हमलों की साजिश रची, जो विचारधारा से प्रेरित होते हैं। रिपोर्ट में अफगानिस्तान से उत्पन्न सुरक्षा खतरे की भी चेतावनी दी गई।

Modi 3.0 Government: संयुक्त राष्ट्र की एक सनसनीखेज रिपोर्ट के अनुसार, खूंखार आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएल/दाएश) भारत में बड़े पैमाने पर हमले करने की योजना बना रहा था, लेकिन मोदी सरकार की सतर्कता और प्रभावी सुरक्षा उपायों के कारण वह ऐसा करने में असमर्थ रहा। हालांकि, इस आतंकवादी संगठन के आकाओं ने देश में स्थित समर्थकों के माध्यम से ‘लोन ऐक्टर’ हमलों को अंजाम देने का प्रयास किया।

क्या हैं 'लोन ऐक्टर' हमले?

‘लोन ऐक्टर’ हमले उन हिंसक घटनाओं को कहते हैं, जो किसी संगठित आतंकवादी समूह का हिस्सा न होने वाले व्यक्तियों द्वारा अंजाम दी जाती हैं। ये हमलावर किसी आतंकी संगठन के प्रत्यक्ष आदेशों का पालन नहीं करते, बल्कि उनकी विचारधारा से प्रेरित होकर हमलों को अंजाम देते हैं।

आईएसआईएल और इसके वैश्विक मंसूबे

संयुक्त राष्ट्र के विश्लेषणात्मक सहायता एवं प्रतिबंध निगरानी दल की 35वीं रिपोर्ट में बताया गया है कि आईएसआईएल, अलकायदा और इनके सहयोगी संगठन बाहरी आतंकवाद-रोधी दबाव के कारण अपनी रणनीति बदल रहे हैं। आईएसआईएल का लक्ष्य पश्चिम एशिया में ‘‘खिलाफत’’ स्थापित करना है और इसे ‘इस्लामिक स्टेट’ या ‘दाएश’ के नाम से भी जाना जाता है।

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में क्या है?

यूएन की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि आईएसआईएल भारत में व्यापक हमलों को अंजाम देने में असफल रहा, लेकिन इसके बावजूद इसने अपने समर्थकों के माध्यम से 'लोन ऐक्टर' हमलों को बढ़ावा देने की कोशिश की। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि आईएसआईएल समर्थित ‘अल-जौहर’ मीडिया ने अपने प्रकाशन सेरात उल-हक के माध्यम से भारत के खिलाफ दुष्प्रचार जारी रखा।

अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकवादी समूह

रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान में लगभग दो दर्जन से अधिक आतंकवादी समूह सक्रिय हैं। संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों का मानना ​​है कि अफगानिस्तान से उत्पन्न सुरक्षा खतरे के कारण क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अस्थिरता बनी रहेगी।

दाएश द्वारा उत्पन्न वैश्विक खतरा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस की 20वीं रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दाएश द्वारा उत्पन्न खतरों के कारण वैश्विक शांति और सुरक्षा की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

[मोदी सरकार और भारत की सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता ने बड़े पैमाने पर आतंकवादी गतिविधियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और सतर्कता ने आतंकवादियों की योजनाओं को विफल कर दिया, जिससे देशवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई।

निष्कर्ष

संयुक्त राष्ट्र की इस रिपोर्ट से स्पष्ट होता है कि आतंकवादी संगठन भारत में हमले करने की लगातार साजिश रच रहे हैं, लेकिन सरकार की कड़ी निगरानी और सुरक्षा उपायों के कारण वे अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। भारत को इस तरह के खतरों से सतर्क रहते हुए अपनी सुरक्षा रणनीतियों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।