टोक्यो पैरालंपिक्स / जैवलिन थ्रोअर झाझरिया ने पैरालंपिक्स में जीता रजत, 2004 व 2016 गेम्स में जीता था गोल्ड

भारतीय जैवलिन थ्रोअर देवेंद्र झाझरिया ने टोक्यो पैरालंपिक्स में 64.35 मीटर थ्रो के साथ रजत पदक जीत लिया है। 40-वर्षीय देवेंद्र ने 2004 व 2016 पैरालंपिक्स में गोल्ड मेडल जीता था और भारत के ही सुंदर सिंह गुर्जर ने 64.01 मीटर थ्रो के साथ इसी इवेंट में ब्रॉन्ज़ मेडल जीता। टोक्यो पैरालंपिक्स में भारत अब 7 पदक जीत चुका है।

Vikrant Shekhawat : Aug 30, 2021, 10:33 AM
टोक्यो: जेवलिन थ्रो में भारत के देवेंद्र झाझरिया ने सिल्वर और सुंदर सिंह ने कांस्य पदक अपने नाम किया है. इस इवेंट का गोल्ड मेडल श्रीलंका के मुदियनसेलेज हेराथ ने जीता है. उन्होंने 67.79 मीटर का थ्रो किया. वहीं, देवेंद्र ने 64.35 मीटर और सुंदर सिंह ने 64.01 मीटर दूर भाला फेंक पदक सुनिश्चित किया. सोमवार का दिन टोक्यो पैरालंपिक में भा्रत के लिए बेहतरीन रहा. भारत ने आज चार मेडल जीतकर कुल पदकों की संख्या सात कर दी है. पैरालंपिक खेलों में यह देवेंद्र झाझरिया का तीसरा पदक है. इससे पहले झाझरिया एथेंस ओलंपिक 2004 और रियो ओलंपिक 2016 में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं.

अवनि लेखरा ने गोल्ड जीत रचा इतिहास

भारतीय निशानेबाज अवनि लेखरा (Avani Lekhara) ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों (Tokyo Paralympics) में गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया है. अवनि ने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 फाइनल में 249.6 अंक बनाकर विश्व रिकार्ड की बराबरी की और पहला स्थान हासिल किया. उन्होंने चीन की झांग कुइपिंग (248.9 अंक) को पीछे छोड़ा. यूक्रेन की इरियाना शेतनिक (227.5) ने कांस्य पदक जीता. भारत का पैरालंपिक खेलों में निशानेबाजी प्रतियोगिता में यह पहला पदक है. टोक्यो पैरालंपिक (Paralympics 2020) में भी यह देश का पहला स्वर्ण पदक है .

योगेश कथूनिया ने सिल्वर मेडल जीत रचा इतिहास

भारत के योगेश कथूनिया (Yogesh Kathuniya) ने पैरालंपिक खेलों (Tokyo Paralympics) में पुरुषों की चक्का फेंक स्पर्धा के एफ56 वर्ग में इस सीजन का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल जीता. आठ साल की उम्र में लकवाग्रस्त होने वाले योगेश ने अपने छठे और अंतिम प्रयास में 44.38 मीटर चक्का फेंककर दूसरा स्थान हासिल किया. ब्राजील के बतिस्ता डोस सांतोस ने 45.59 मीटर के साथ स्वर्ण जबकि क्यूबा के लियानार्डो डियाज अलडाना (43.36 मीटर) ने कांस्य पदक जीता. योगेश पैरालंपिक खेलों में चक्का फेंक (डिस्कस थ्रो) में सिल्वर जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं.