देश / कंगना ने कहा- 2014 में आज़ादी मिली; वरुण बोले- इस सोच को पागलपन कहूं या देशद्रोह?

कंगना रनौत ने 1947 में आज़ादी को लेकर कहा है, "वह आज़ादी नहीं भीख थी...आज़ादी 2014 में मिली।" इसे लेकर बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा, "कभी महात्मा गांधी के त्याग और तपस्या का अपमान...कभी उनके हत्यारे का सम्मान...अब भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस...और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार...इस सोच को पागलपन कहूं या देशद्रोह?"

Vikrant Shekhawat : Nov 11, 2021, 03:40 PM
Varun Gandhi on Kangana Ranaut: बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) एक बार फिर विवादों में हैं. कंगना रनौत पर इस बार बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने निशाना साधा है. वरुण गांधी ने कंगना पर स्वतंत्रता सेनानियों के अपमान का आरोप लगाया है और कहा है कि कंगना की सोच को मैं मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह. जानिए पूरा मामला क्या है.

वरुण गांधी ने क्या लिखा है?

वरुण गांधी ने ट्विटर पर लिखा है, ‘’कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार. इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?’’

आज़ादी को भीख कहना कंगना का मानसिक दीवालियापन- सिरसा

वरुण गांधी ही नहीं बल्कि अकाली दल के वरिष्ठ नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी कंगना के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट करके कहा है, ‘’मणिकर्णिका का रोल निभाने वाली आर्टिस्ट आज़ादी को भीख कैसे कह सकती है. लाखों शहादतों के बाद मिली आज़ादी को भीख कहना कंगना रनौत का मानसिक दीवालियापन है.’’

कंगना रनौत ने क्या कहा है?

दरअसल एक इंटरव्यू में कंगना रनौत ने आजादी को लेकर विवादित बयान दिया है. कंगना ने कहा, ‘’आजादी अगर भीख में मिले, तो क्या वो आजादी हो सकती है? सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि हिंदुस्तानी-हिंदुस्तानी का खून न बहाए. उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन. पर वो आजादी नहीं थी वो भीख थी. जो आजादी मिली है वो 2014 में मिली है.’’