Emergency Movie / MP हाईकोर्ट ने कंगना की फिल्‍म 'इमरजेंसी' की रोक पर सेंसर बोर्ड से मांगा जवाब

कंगना रनौत ने अपनी फिल्म "इमरजेंसी" की रिलीज में देरी का आरोप सीबीएफसी पर लगाया है। इंदिरा गांधी की बायोपिक को लेकर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने सभी पक्षकारों को नोटिस जारी किया है और सेंसर बोर्ड से जवाब मांगा है। फिल्म की रिलीज 6 सितंबर को टल गई है।

Vikrant Shekhawat : Sep 02, 2024, 10:45 PM
Emergency Movie: बॉलीवुड की चर्चित एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत की आगामी फिल्म "इमरजेंसी" ने एक बार फिर से विवादों का सामना करना शुरू कर दिया है। फिल्म के प्रीमियर से मात्र चार दिन पहले, कंगना ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कंगना का दावा है कि उनकी फिल्म की रिलीज जानबूझकर देरी की जा रही है और सेंसर बोर्ड इसका सर्टिफिकेशन रोकने की कोशिश कर रहा है।

फिल्म "इमरजेंसी" में कंगना रनौत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं, और उनके अनुसार, अगर फिल्म के अनकट वर्जन को मंजूरी नहीं मिलती, तो वह कानूनी कदम उठाने को तैयार हैं। इस विवाद के बीच, मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक महत्वपूर्ण समाचार सामने आया है।

जबलपुर हाईकोर्ट ने जारी किए नोटिस

2 सितंबर को, जबलपुर हाईकोर्ट ने "इमरजेंसी" को लेकर एक याचिका पर सुनवाई की। इस याचिका में आरोप लगाया गया है कि फिल्म में सिख समुदाय को गलत तरीके से दिखाया गया है। कोर्ट ने इस मामले में सभी संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया है, जिनमें कंगना के प्रोडक्शन हाउस, मणिकर्णिका प्रोडक्शंस, केंद्र सरकार, राज्य सरकार और सेंसर बोर्ड शामिल हैं।

हाईकोर्ट ने सेंसर बोर्ड से भी जवाब मांगा है कि क्या फिल्म को अभी तक प्रमाणित किया गया है या नहीं। यह जनहित याचिका (PIL) जबलपुर सिख संगत और गुरु सिंह सभा इंदौर द्वारा दायर की गई है।

"इमरजेंसी" की रिलीज डेट पर प्रभाव

फिल्म "इमरजेंसी" की रिलीज 6 सितंबर 2024 को निर्धारित थी। लेकिन फिलहाल इस विवाद और कानूनी प्रक्रियाओं के चलते, फिल्म की रिलीज को कुछ समय के लिए टाल दिया गया है। कंगना की इस बायोपिक का इंतजार अब और लंबा हो सकता है, और दर्शकों को इस फिल्म की रिलीज की नई तारीख का इंतजार करना पड़ेगा।

निष्कर्ष

कंगना रनौत की "इमरजेंसी" की कहानी और इंदिरा गांधी की भूमिका को लेकर चल रही कानूनी लड़ाई ने फिल्म इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की हाल की कार्रवाई और सेंसर बोर्ड की जवाबदेही ने इस विवाद को और पेचिदा बना दिया है। अब देखना यह होगा कि इस कानूनी जटिलताओं के बीच फिल्म की रिलीज पर क्या असर पड़ता है और कंगना रनौत की यह महत्वाकांक्षी परियोजना कब पर्दे पर दिखेगी।