- भारत,
- 24-Apr-2025 01:20 PM IST
- (, अपडेटेड 24-Apr-2025 11:06 AM IST)
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने एक बार फिर यह जता दिया है कि अब वह चुप नहीं बैठेगा। इस बार जवाब न तो गोलियों से आया और न ही बमों से, बल्कि एक ऐसा कूटनीतिक प्रहार हुआ है जिसने पाकिस्तान की नींव तक हिला दी है। बुधवार देर रात भारत ने जो "ट्रेलर" दिखाया, उसने साफ कर दिया कि अब बदला शब्दों में नहीं, रणनीति में मिलेगा।
भारत का कूटनीतिक प्रहार: तीन बड़ी कार्रवाई भारत सरकार ने बुधवार को तीन बड़े निर्णय लिए जिनका असर सीधे पाकिस्तान पर पड़ा:
-
सिंधु जल समझौता स्थगित: भारत ने पाकिस्तान को मिलने वाले पानी पर रोक लगाते हुए सिंधु जल समझौते को अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया। यह कदम न केवल पर्यावरणीय दृष्टिकोण से अहम है, बल्कि यह पाकिस्तान की जल आपूर्ति और कृषि पर गहरा प्रभाव डालेगा।
-
अटारी बॉर्डर बंद: दोनों देशों के बीच सीमित आवागमन वाले अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया, जिससे व्यापार और लोगों की आवाजाही पर रोक लग गई है।
-
राजनयिक संबंधों में कटौती: विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि भारत ने पाकिस्तान के साथ अपने राजनयिक संबंधों को भी सीमित कर दिया है।
पाकिस्तान में मचा हड़कंप: अलर्ट पर सेना और सियासत में खलबली भारत के इन कदमों के बाद पाकिस्तान में हड़बड़ाहट दिखी।
-
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की आपात बैठक बुलाई है।
-
पाक नेवी को हाई अलर्ट पर रखा गया है, और 23 अप्रैल से लेकर 25 अप्रैल तक कराची और ग्वादर के पास लाइव फायरिंग अभ्यास की चेतावनी जारी की गई है।
-
सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल के परीक्षण की भी तैयारी कर ली गई है।
बयानबाज़ी में झलका डर और बौखलाहट
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित के बयानों में भारत के जवाबी कदमों को "राजनीतिक चाल" बताया गया, लेकिन भीतर ही भीतर डर का माहौल साफ नजर आ रहा है।
ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत सिंधु जल समझौते से बचने के बहाने ढूंढ रहा है, जबकि अब्दुल बासित ने बालाकोट जैसी बड़ी एयरस्ट्राइक की आशंका जताई है।
राजनीतिक हलचल: नवाज शरीफ की वापसी एक्सप्रेस न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के अध्यक्ष नवाज शरीफ ने लंदन से पाकिस्तान लौटने का फैसला किया है। यह भी इस बात का संकेत है कि पाकिस्तान की सियासत में बड़ा मोड़ आ सकता है। बताया जा रहा है कि वे 25 अप्रैल को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात करेंगे और उसके बाद पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकें करेंगे।