कोरोना / डॉक्टर ने सुनाई खौफनाक दास्तां- किसी ने कार में सिर घुसाया और हमपर खांस दिया

केरल के तिरुवनंतपुरम में कोरोना ड्यूटी पर तैनात 25 वर्षीय एक महिला डॉक्टर और उनकी टीम पर शुक्रवार को हमला हुआ लोगों ने उनकी गाड़ी घेर ली और नारे लगाने लगे डॉक्टर की ड्यूटी राजधानी के ग्रामीण इलाके में लगी थी डॉक्टर ने कहा कि 'उन्हें और उनकी टीम को उस वक्त इलाके में चल रहे विरोध प्रदर्शन की जानकारी नहीं थी.' डॉक्टर के साथ उनकी गाड़ी में दो स्टाफ नर्स और एक टेक्निशियन मौजूद था

Vikrant Shekhawat : Jul 11, 2020, 02:13 PM

केरल के तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) में कोरोना (Coronavirus) ड्यूटी पर तैनात 25 वर्षीय एक महिला डॉक्टर और उनकी टीम पर शुक्रवार को हमला हुआ. लोगों ने उनकी गाड़ी घेर ली और नारे लगाने लगे. डॉक्टर की ड्यूटी राजधानी के ग्रामीण इलाके में लगी थी. यह इलाका कंटेनमेंट जोन है और यहां उनकी टीम की ड्यूटी लगी थी. कंटेनमेंट जोन पहुंचने पर वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची और पीपीई किट्स पहन कर स्वैब सैंपल्स लेने के लिए गाड़ी से निकलने ही वाले थे कि उन्हें कम से कम 50 लोगों की भीड़ ने घेर लिया. डॉक्टर ने कहा कि 'उन्हें और उनकी टीम को उस वक्त इलाके में चल रहे विरोध प्रदर्शन की जानकारी नहीं थी.' डॉक्टर के साथ उनकी गाड़ी में दो स्टाफ नर्स और एक टेक्निशियन मौजूद था.


 10 दिन पहले ही शुरू की नौकरी

इसी साल MBBS पूरा कर 10 दिन पहले नौकरी शुरू करने वाली डॉक्टर ने बताया कि 'हमारी कार के चारों ओर लोग थे. लोग भड़के हुए चिल्ला रहे थे और गाली दे रहे थे. मैंने किसी भी परिस्थिति में ड्राइवर से खिड़की खोलने के लिए कहा.'


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डॉक्टर ने कहा, 'भीड़ के कारण आगे नहीं बढ़ सकी और लोग ड्राइवर की तरफ से खिड़कियों को जोर-जोर से पीट रहे थे, हमारे ड्राइवर ने हमें जाने देने के लिए उन्हें मनाने की कोशिश में खिड़की को नीचे किया. उनमें से एक आदमी ने कार के अंदर अपना सिर फंसा लिया और वहीं खांस दिया. उसने हमसे कहा- अगर हमें कोरोना है तो आपको भी होना चाहिए. हम उस पर हैरान थे.'


ग्रामीण इलाकों में ड्यूटी करना अनिवार्य


डॉक्टर ने कहा कि 'महामारी के कारण ग्रामीण इलाकों में ड्यूटी करना अनिवार्य है.' डॉक्टर और चालक सहित उनकी टीम के चार अन्य सदस्य अब क्वारंटीन में हैं. सात दिनों के बाद कोरोनो वायरस की जांच की जाएगी. अगर वो निगेटिव पाए गए तो फिर ड्यूटी पर लौटेंगे.


इस घटना पर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि 'राजनीतिक स्वार्थ वाले कुछ लोगों ने निर्दोष स्थानीय लोगों को भड़काने की कोशिश की. मुख्यमंत्री ने कहा, 'केरल के लोग समझदार हैं और मदद कर रहे हैं लेकिन उकसाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.'