England / पीएम मोदी की केविन पीटरसन ने की तारीफ, जानिए क्यो हुए इतने खुश

पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर केविन पीटरसन ने कोरोना वैक्सीन को 'उदारता और दया' के रूप में दक्षिण अफ्रीका भेजने के लिए भारत के कदम की सराहना की, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की, वास्तव में, भारत में बने कोविद -19 टीकों की खेप अल्जीरिया और दक्षिण अफ्रीका तक पहुंच गई है। इन दोनों देशों के अलावा, भारत ने अब तक भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, ब्राजील और नेपाल सहित अन्य देशों को कोविद -19 टीके की आपूर्ति की है।

Vikrant Shekhawat : Feb 04, 2021, 10:56 AM
नयी दिल्ली। पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर केविन पीटरसन ने कोरोना वैक्सीन को 'उदारता और दया' के रूप में दक्षिण अफ्रीका भेजने के लिए भारत के कदम की सराहना की, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की, वास्तव में, भारत में बने कोविद -19 टीकों की खेप अल्जीरिया और दक्षिण अफ्रीका तक पहुंच गई है। इन दोनों देशों के अलावा, भारत ने अब तक भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, ब्राजील और नेपाल सहित अन्य देशों को कोविद -19 टीके की आपूर्ति की है। पीटरसन ने दक्षिण अफ्रीका में कोविद -19 वैक्सीन पहुंचाने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत दुनिया को एक परिवार के रूप में मानता है और महामारी के खिलाफ लड़ाई में अपनी भूमिका निभाना चाहता है। इससे पहले इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन ने दक्षिण अफ्रीका पहुंची कोरोना वैक्सीन के बारे में ट्वीट किया था। पीएम मोदी ने इस पर ट्वीट किया, "भारत के लिए आपका प्यार देखकर अच्छा लगा। हम मानते हैं कि दुनिया हमारा परिवार है और हम कोरोना महामारी के खिलाफ एक मजबूत लड़ाई में अपनी भूमिका का निर्वहन करना चाहते हैं।"




केविन पीटरसन ने ट्वीट किया, "भारत की उदारता और दया दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। मुझे इस देश से प्यार है।" पीटरसन का जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ था और बाद में इंग्लैंड में बस गए। पीटरसन ने 104 टेस्ट में 47.28 के औसत से इंग्लैंड के लिए 104 टेस्ट में 8181 रन बनाए हैं। उसी समय, उन्होंने 136 ODI में 40.37 की औसत से 4440 और 37 T3 अंतर्राष्ट्रीय औसत 37.93 के औसत से 1176 रन बनाए।

इससे पहले, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विमान की एक तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें भारत में बना टीका दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हुआ था। बता दें कि कोरोना वायरस के दो टीके भारत में बनाए गए हैं। दुनिया के कई देशों से इन टीकों की आपूर्ति की लगातार मांग है। कोराना टीकाकरण अभियान भारत में भी तीव्र गति से चल रहा है।