AajTak : Dec 12, 2019, 11:00 AM
लाहौर: पाकिस्तान के लाहौर में बुधवार को बड़ी हिंसा भड़क गई। यहां सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे वकीलों की पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी (पीआईसी) के डॉक्टरों से भिड़ंत हो गई जिसमें 15 लोग मारे गए और दर्जनों लोग जख्मी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक बड़ी संख्या में वकीलों ने पीआईसी अस्पताल पर धावा बोल दिया और डॉक्टरों पर हमला किया।
इस घटना में पीआईसी अस्पताल को भारी नुकसान पहुंचा है क्योंकि हुड़दंगी वकीलों ने अस्पताल की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए और उपकरणों को भारी क्षति पहुंचाई। हिंसा पर उतारू वकीलों ने आईसीयू को भी नहीं छोड़ा और वहां भी उत्पात मचाया। पाआईसी के डॉक्टरों का दावा है कि वकीलों के हमले में गंभीर रूप से घायल कुछ मरीजों सहित कम से कम 15 लोग मारे गए। जबकि हमले में 25 लोग जख्मी हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब के सूचना मंत्री फयाज चौहान भी वकीलों के हमले में घायल हुए हैं। इस घटना के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने तुरंत कार्रवाई करने का फैसला किया और पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार को फौरन घटना की जांच कराने के आदेश दिए। वकीलों ने गुरुवार को लाहौर में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। कुछ दिन पहले इसी अस्पताल में डॉक्टरों ने वकीलों पर हमला कर दिया था। बुधवार का हिंसक हमला इसी का बदला बताया जा रहा है। हालांकि बुधवार को दोनों पक्षों में सुलह की नौबत आ गई थी लेकिन अचानक वकीलों का समूह पीआईसी अस्पताल पहुंचा और डॉक्टरों पर हमला बोल दिया। वकीलों का उग्र रूप देखकर पैरा मेडिकल स्टाफ अस्पताल छोड़ कर भाग गए जबकि जो डॉक्टर पकड़ में आए, वकीलों ने उन्हें जमकर पीट दिया। जो लोग जख्मी हैं उनमें एक लेडी डॉक्टर और एक महिला रिपोर्टर भी शामिल हैं। वकीलों ने पुलिस की एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। अस्पताल के बाहर कुछ पुलिसकर्मी सुरक्षा में लगाए गए थे, वे हमला देख कर अपनी गाड़ी छोड़ कर फरार हो गए।
इस घटना में पीआईसी अस्पताल को भारी नुकसान पहुंचा है क्योंकि हुड़दंगी वकीलों ने अस्पताल की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए और उपकरणों को भारी क्षति पहुंचाई। हिंसा पर उतारू वकीलों ने आईसीयू को भी नहीं छोड़ा और वहां भी उत्पात मचाया। पाआईसी के डॉक्टरों का दावा है कि वकीलों के हमले में गंभीर रूप से घायल कुछ मरीजों सहित कम से कम 15 लोग मारे गए। जबकि हमले में 25 लोग जख्मी हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब के सूचना मंत्री फयाज चौहान भी वकीलों के हमले में घायल हुए हैं। इस घटना के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने तुरंत कार्रवाई करने का फैसला किया और पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार को फौरन घटना की जांच कराने के आदेश दिए। वकीलों ने गुरुवार को लाहौर में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। कुछ दिन पहले इसी अस्पताल में डॉक्टरों ने वकीलों पर हमला कर दिया था। बुधवार का हिंसक हमला इसी का बदला बताया जा रहा है। हालांकि बुधवार को दोनों पक्षों में सुलह की नौबत आ गई थी लेकिन अचानक वकीलों का समूह पीआईसी अस्पताल पहुंचा और डॉक्टरों पर हमला बोल दिया। वकीलों का उग्र रूप देखकर पैरा मेडिकल स्टाफ अस्पताल छोड़ कर भाग गए जबकि जो डॉक्टर पकड़ में आए, वकीलों ने उन्हें जमकर पीट दिया। जो लोग जख्मी हैं उनमें एक लेडी डॉक्टर और एक महिला रिपोर्टर भी शामिल हैं। वकीलों ने पुलिस की एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। अस्पताल के बाहर कुछ पुलिसकर्मी सुरक्षा में लगाए गए थे, वे हमला देख कर अपनी गाड़ी छोड़ कर फरार हो गए।