कारोबार / Los Angeles का सबसे महंगा मकान दुनिया के सबसे अमीर शख्स जेफ बेजोस ने खरीदा

ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी Amazon के मुखिया और दुनिया के सबसे अमीर शख्स जेफ बेजोस ने अमेरिकी शहर लॉस एंजिलिस का सबसे महंगा मकान खरीदा है। इस प्रॉपर्टी की कीमत 16।5 करोड़ डॉलर है यानी करीब 1178 करोड़ रुपये। लॉस एंजिलिस में महंगी प्रॉपर्टी का यह नया रेकॉर्ड है। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक बेजोस ने इस आलीशन घर (वॉर्नर एस्टेट) को मीडिया कारोबारी डेविड गेफेन से खरीदा है।

AajTak : Feb 13, 2020, 05:06 PM
कारोबार: ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी Amazon के मुखिया और दुनिया के सबसे अमीर शख्स जेफ बेजोस ने अमेरिकी शहर लॉस एंजिलिस का सबसे महंगा मकान खरीदा है। इस प्रॉपर्टी की कीमत 16।5 करोड़ डॉलर है यानी करीब 1178  करोड़ रुपये। लॉस एंजिलिस में महंगी प्रॉपर्टी का यह नया रेकॉर्ड है।  

अमेरिकी मीडिया के मुताबिक बेजोस ने इस आलीशन घर (वॉर्नर एस्टेट) को मीडिया कारोबारी डेविड गेफेन से खरीदा है। इसमें कहा गया कि यह लॉस एंजिलिस में किसी रिहायशी प्रॉपर्टी का यह अब तक का सबसे महंगा सौदा है। इससे पहले 2019 में लाशन मर्डोक ने बेल - एयर एस्टेट को खरीदने के लिए करीब 15 करोड़ डॉलर का भुगतान किया था।

इतने एकड़ में फैला है यह बंगला

खबर के मुताबिक, वॉर्नर एस्टेट नाम का यह बंगला बेवर्ली हिल्स में नौ एकड़ में फैला है। इसमें गेस्ट हाउस, टेनिस कोर्ट और गोल्फ कोर्स समेत अन्य कई चीजें हैं। वॉर्नर ब्रदर्स के पूर्व अध्यक्ष जैक वॉर्नर ने इस घर को 1930 में बनवाया था।  इसे हॉलीवुड फिल्म टाइटन जैक वॉर्नर के लिए 1930 के दशक में डिजाइन किया गया था।

दुनिया में सबसे अमीर हैं बेजोस

ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी Amazon के मुखिया जेफ बेजोस की संपत्त‍ि करीब 131 अरब डॉलर आंकी गई है। उन्हें दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति माना जाता है। हाल में जेफ बेजोस ने 5।25 करोड़ डॉलर की एक कलाकृति खरीदी थी।

हाल में आए थे भारत

जेफ बेजोस हाल में भारत के दौरे पर भी आए थे और उन्होंने भारत के लघु एवं मझोले उपक्रमों (एसएमबी) को डिजिटल बनाने पर एक अरब डॉलर (7000 करोड़ रुपये) का निवेश करने की घोषणा की है। इससे स्मॉल और मीडियम एवं मझोले उपक्रम ऑनलाइन अपने प्रोडक्ट्स बेच सकेंगे।

जेफ बेजोस ने नई दिल्ली में लघु एवं मझोले उपक्रमों पर आयोजित अमेजन संभव सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी अपनी वैश्विक पहुंच के जरिये 2025 तक 10 अरब डॉलर के ‘मेक इन इंडिया’ उत्पादों का निर्यात करेगी।