महाराष्ट्र / महाराष्ट्र के शहरी इलाकों में कक्षा 1-7 के लिए 1 दिसंबर से दोबारा खुलेंगे स्कूल

महाराष्ट्र सरकार ने कोविड-19 मामलों में कमी के बीच शहरी इलाकों में कक्षा 1-7 व ग्रामीण इलाकों में कक्षा 1-4 के लिए स्कूलों को 1 दिसंबर से फिर से खोलने का फैसला लिया है। स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने गुरुवार को बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, कैबिनेट व पीडियाट्रिक टास्क फोर्स से विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया।

Vikrant Shekhawat : Nov 26, 2021, 08:20 AM
Maharashtra School Reopening News: देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर धीरे-धीरे कम होने के बाद धीरे-धीरे सभी जरूरी गतिविधियों को बहाल किया जा रहा है. ज्यादातर राज्यों में स्कूल-कॉलेजों को भी खोला जा चुका है. इसी कड़ी में महाराष्ट्र में भी पहली से चौथी कक्षा तक के स्कूलों को खोलने (Maharashtra Me Kab Khulenge School) का फैसला लिया गया. महाराष्ट्र में 1 दिसंबर से पहली से चौथी क्लास तक के स्कूल भी खोल दिये जाएंगे. राज्य की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने कैबिनेट बैठक के बाद यह जानकारी दी.

वर्षा गायकवाड ने कहा, ‘मुख्यमंत्री, कैबिनेट और पीडियाट्रिक टास्क फोर्स के साथ चर्चा के बाद राज्य कैबिनेट ने 1 दिसंबर से ग्रामीण क्षेत्रों में पहली से चौथी और शहरी क्षेत्रों में पहली से 7वीं तक के स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है. हम स्कूलों की सुरक्षित बहाली के लिए प्रतिबद्ध हैं.

बता दें कि मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में 8वीं से 12वीं तक की कक्षाएं पहले से ही शुरू हैं. वहीं, राज्य के कई ग्रामीण इलाकों में 5वीं से 12वीं तक की कक्षाएं भी बहाल हो चुकी हैं. सरकार के आज के फैसले का यह मतलब है कि राज्य में अब सभी क्लास के स्कूल खोल दिये गए हैं.

उधर, एक दिन पहले थर्ड वेव को लेकर महाराष्ट्र (Maharashtra Third Wave) के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) का बड़ा बयान आया. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि दिसंबर में कोरोना महामारी की तीसरी लहर आने की आशंका है, हालांकि इसका प्रभाव बेहद कम होगा.

एक न्यूज चैनल से बात करते हुए राजेश टोपे ने कहा कि थर्ड वेव पीरियड के दौरान मेडिकल ऑक्सीजन और ICU बेड की जरूरत नहीं होगी. उन्होंने कहा, ‘तीसरी लहर के हल्के होने की उम्मीद है और मेडिकल ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की जरूरत नहीं पड़ेगी.’ वर्तमान कोरोना परिदृश्य के बारे में टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र में 80 फीसदी नागरिकों का टीकाकरण किया जा जुका है. वर्तमान में संक्रमण का स्तर और मृत्यु दर कम है.