News18 : Feb 24, 2020, 01:37 PM
कुआलालुम्पुर। मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद (Mahathir Mohamad) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। टीवी चैनल अलजज़ीरा के मुताबिक महातिर ने अपना इस्तीफा वहां के राजा को सौंप दिया है। महातिर मोहम्मद 10 मई 2018 को पीएम बने थे। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक महातिर की पार्टी बेरास्तु ने साझा सरकार के गठबंधन को छोड़ दिया है। लिहाजा उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। विश्व के सबसे उम्रदराज नेता, 94 वर्ष के महातिर ने उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा सरकार गिराने की कोशिशों के बाद ये फैसला लिया। उनके कार्यालय ने एक बयान में कहा कि महातिर ने 'मलेशिया के प्रधानमंत्री के तौर पर अपना इस्तीफा भेज दिया है'।क्यों दिया इस्तीफा?
कहा जा रहा है कि पिछले एक हफ्ते से मलेशिया में राजनीतिक अस्थिरता चल रही थी। दरअसल साल 2018 में महातिर और अनवर इब्राहिम ने मिलकर सरकार बनाई थी। उस वक्त कहा गया था कि 94 साल के महातिर कुछ साल के बाद अनवर को सत्ता सौंप देंगे, लेकिन रविवार को अनवर ने महातिर की पार्टी पर धोखेबाजी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महातिर ने धोखा देते हुए यूनाइटेड मलायस नैशनल ऑर्गनाइजेशन (UMNO) के साथ हाथ मिला लिया।राजनीति के माहिर खिलाड़ी रहे हैं महातिर
बता दें कि महातिर की मलेशिया की राजनीति में मजबूत पकड़ रही है। साल 1981 से लेकर साल 2003 तक वो प्रधानमंत्री रहे थे। इसके बाद एक बार फिर से साल 2018 में उन्होंने सत्ता संभाली थी। साल 2018 में उन्होंने नज़ीब रज़ाक को हराया था। रज़ाक पर उस वक्त भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे।
इमरान से दोस्ती
हाल के दिनों में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और महातिर के बीच दोस्ती बढ़ गई थी। उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया था। इसके बाद भारत और मलेशिया के बीच दोस्ती में दरार आ गई थी। इसके बाद भारत ने मलेशिया से पाम ऑयल के ऑयल के कटौती कर दी थी
कहा जा रहा है कि पिछले एक हफ्ते से मलेशिया में राजनीतिक अस्थिरता चल रही थी। दरअसल साल 2018 में महातिर और अनवर इब्राहिम ने मिलकर सरकार बनाई थी। उस वक्त कहा गया था कि 94 साल के महातिर कुछ साल के बाद अनवर को सत्ता सौंप देंगे, लेकिन रविवार को अनवर ने महातिर की पार्टी पर धोखेबाजी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महातिर ने धोखा देते हुए यूनाइटेड मलायस नैशनल ऑर्गनाइजेशन (UMNO) के साथ हाथ मिला लिया।राजनीति के माहिर खिलाड़ी रहे हैं महातिर
बता दें कि महातिर की मलेशिया की राजनीति में मजबूत पकड़ रही है। साल 1981 से लेकर साल 2003 तक वो प्रधानमंत्री रहे थे। इसके बाद एक बार फिर से साल 2018 में उन्होंने सत्ता संभाली थी। साल 2018 में उन्होंने नज़ीब रज़ाक को हराया था। रज़ाक पर उस वक्त भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे।
इमरान से दोस्ती
हाल के दिनों में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और महातिर के बीच दोस्ती बढ़ गई थी। उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया था। इसके बाद भारत और मलेशिया के बीच दोस्ती में दरार आ गई थी। इसके बाद भारत ने मलेशिया से पाम ऑयल के ऑयल के कटौती कर दी थी