नई दिल्ली / बाढ़ नियंत्रण के मुद्दे पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय में हुई उच्च स्तरीय बैठक

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में बाढ़ के मौजूदा हालात की समीक्षा करने के साथ-साथ इस स्थिति से निपटने के लिए केंद्रीय मंत्रालयों/एजेंसियों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज आयोजित उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

Vikrant Shekhawat : Aug 09, 2019, 04:00 PM
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में बाढ़ के मौजूदा हालात की समीक्षा करने के साथ-साथ इस स्थिति से निपटने के लिए केंद्रीय मंत्रालयों/एजेंसियों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज आयोजित उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि पिछले दो दिनों के दौरान महाराष्‍ट्र, केरल और कर्नाटक में भारी वर्षा हुई है। इसके अलावा अगले 24 घंटों के दौरान गुजरात, पश्चिमी मध्‍य प्रदेश और पूर्वी राजस्‍थान में भी भारी वर्षा होने का अनुमान है। एनडीआरएफ के महानिदेशक ने यह जानकारी दी कि एनडीआरएफ की 83 टीमों को सभी आवश्‍यक उपकरणों के साथ बाढ़ प्रभावित चार राज्‍यों के संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया गया है। ये  दल दरअसल थल सेना, नौसेना, वायु सेना और तटरक्षक बल की 173 टीमों के अलावा हैं। गृह मंत्रालय, एनडीआरएफ, आईएमडी और सीडब्‍ल्‍यूसी के नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं। इन दलों ने अब तक 82,000 से भी अधिक लोगों की निकासी कर उन्‍हें सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचा दिया है और 2325 लोगों की जान बचाई है।

गृह राज्‍य मंत्री नित्‍यानंद राय ने समीक्षा के बाद वरिष्‍ठ अधिकारियों को संबंधित राज्‍यों में दक्षिण-पश्चिम मानसून से उत्‍पन्‍न स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव उपाय करने और बाढ़ प्रभावित राज्‍यों को सभी आवश्‍यक सहायता देने का निर्देश दिया है। राहत एवं बचाव कार्यों में सलंग्‍न रक्षा मंत्रालय के अधीनस्‍थ एनडीआरएफ और अन्‍य एजेंसियों ने यह आश्‍वासन दिया कि संबंधित राज्‍यों के अनुरोध को वास्‍तविक समय पर पूरा किया जा रहा है।

गृह सचिव, एनडीआरएफ के महानिदेशक, एनडीएमए के सदस्‍य सचिव और गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, केंद्रीय जल आयोग (सीडब्‍ल्‍यूसी) एवं भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के वरिष्‍ठ अधिकारी भी बैठक के दौरान उपस्थित थे।

केंद्रीय गृह मंत्री स्थिति पर निरंतर करीबी नजर रख रहे हैं और आवश्‍यक कदम उठाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं।