उतर प्रदेश / नवनिर्वाचित दलित महिला प्रधान से बदसलूकी, दबंगों ने हाथ पकड़कर कुर्सी से उतारा

उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक महिला प्रधान के साथ भी ऊंच-नीच, भेदभाव करने का मामला सामने आया है। महिला प्रधान को दबंगों ने हाथ से पकड़कर कुर्सी से ये कहकर नीचे बैठा दिया कि तुम कुर्सी में बैठने के लायक नहीं हो। मामला सामने आते ही हड़कंप मच गया। दरअसल, यह घटना महोबा शहर कोतवाली के नथुपुरा गांव का है, यहां की नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान सविता देवी के साथ ऐसा ही एक मामला घटित हुआ है

Vikrant Shekhawat : Jun 05, 2021, 04:05 PM
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक महिला प्रधान के साथ भी ऊंच-नीच, भेदभाव करने का मामला सामने आया है। महिला प्रधान को दबंगों ने हाथ से पकड़कर कुर्सी से ये कहकर नीचे बैठा दिया कि तुम कुर्सी में बैठने के लायक नहीं हो। मामला सामने आते ही हड़कंप मच गया। 

दरअसल, यह घटना महोबा शहर कोतवाली के नथुपुरा गांव का है, यहां की नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान सविता देवी के साथ ऐसा ही एक मामला घटित हुआ है जब पंचायत भवन में गांव के विकास के लिए पहली बैठक ऑनलाइन अधिकारियों के साथ हो रही थी। आरोप है कि इसी दौरान आधा दर्जन दबंगों ने वहां पहुंचकर महिला प्रधान के साथ न केवल बदसलूकी कर दी बल्कि जाति सूचक शब्द इस्तेमाल करते हुए उसे कुर्सी के नीचे बैठने तक के लिए कह दिया। 

हद तो तब हो गई जब उसी में से एक दबंग ने हाथ पकड़कर महिला प्रधान को कुर्सी के नीचे ही बैठा दिया और फिर तनाव उत्पन्न हो गया। मामला सामने आते ही एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है लेकिन अभी भी अन्य आरोपी फरार हैं। 

मामले को लेकर महिला प्रधान उसके पति का कहना है कि ऐसा भेदभाव उन्हें अंदर से परेशान कर रहा है कि आजादी के इतने साल बाद भी उन्हें समाज में कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है। एक ग्राम प्रधान के साथ ऐसी घटना हो सकती है तो अनुसूचित जाति के अन्य व्यक्तियों का हाल क्या होगा। 

इस महिला का कुसूर सिर्फ इतना है कि यह अनुसूचित जाति से चुनाव जीत कर गांव की प्रधान बन गईं हैं। गांव के दबंगों को बर्दाश्त नही हो पा रहा है शायद यही वजह है कि दलित ग्राम प्रधान को उत्पीड़न का शिकार होना पड़ रहा है।

आश्चर्य की बात ये है कि इस गांव का यह पहला मामला नहीं है। साल 1994 में इसी गांव से किसनिया नाम की अनुसूचित जाति की महिला ग्राम प्रधान बनी थीं। महिला ने बताया कि ग्राम प्रधान बनकर गांव का विकास कराया लेकिन यहां के दबंगों, रसूखदार लोगों को यह पसंद नहीं आया और अविश्वास प्रस्ताव कराकर उसे ग्राम प्रधान पद से हटा दिया गया क्योंकि वह ग्राम प्रधान पद की कुर्सी पर बैठी थी।

फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस अधिकारियों ने गंभीरता दिखाते हुए सभी आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में न केवल मुकदमा लिखा गया बल्कि एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया गया है। एएसपी आर के गौतम ने बताया कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी।